इंदौर के बिशप का ख्रीस्त जयती संदेश

दुनिया पिछले नौ महीनों के दौरान कोरोना वायरस से जूझ रही है। हमें अन्य लोगों से दूरी बनाए रखने के लिए कहा जाता है। कई लोग बीमार हो गए, कई मर गए हैं और कई प्रभावित है। राष्ट्रों की अर्थव्यवस्थाएं काफी तनाव में हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने नौकरियां खो दी हैं और कठिनाइयों का सामना कर रहे है। सभी एक प्रभावी दवा या उपाय के इंतज़ार में हैं। मसीह के आने से पहले मनुष्य की स्थिति ऐसी ही थी। केवल अंतर यह है कि वह एक आध्यात्मिक वायरस था जिसे हम पाप कहते हैं। पाप के कारण ईश्वर और इंसान के बीच और इंसान और इंसान के बीच रिश्तों में दूरी बढ़ रही थी। सभी एक मसीहा की उम्मीद में थे जो हमें पाप से मुक्त करेगा और रिश्ते के बीच की दूरी को हटाएगा।

समय की पूर्णता में, अपनी प्रतिज्ञा पूरी करते हुए, पिता ईश्वर ने अपने पुत्र को हमारे बीच भेजा, जिसे येसु नाम दिया गया था। क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापो से मुक्ति दिलाने वाला है। ख्रीस्त जयंती के दिन हम उनके जन्म की याद करते है और आनंद मानते है। जब पाप की दीवार टूट जाती है, तो दूरी मिट जाती है और संबंध स्थापित हो जाता है । इस अवसर पर मेरी शुभ कामना है कि यह क्रिसमस हमें मसीह के नजदीक लाए, हमारे जीवन से पाप की छाया मिट जाए और वह हमें खुशी और शांति से भर दे।

ख्रीस्त जन्मोत्सव एवं नव वर्ष 2021 के आगमन की अग्रिम बधाई ।

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