मानसून में कोरोना का खतरा ज्यादा 

मानसून में कोरोना वायरस का खतरा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। मानसून में कोरोना के मरीजों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। बारिश के मौसम में कोरोना के साथ साथ अन्य बिमारियों का खतरा भी बना रहता है। डेंगू मलेरिया जैसी बिमारियों के शुरूआती लक्षण भी कोरोना जैसे नजर आ रहे है। यह मानसून में लोगों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
आईआईटी बॉम्बे ने रिसर्च में दावा किया है कि , मानसून में खांसने और छींकने से निकले ड्रॉपलेट्स जल्दी सूखते नहीं है बल्कि ज्यादा देर तक संक्रमण बना रह सकता है। 
मानसून में नमी रहती है जिस कारण वायरस ज्यादा देर तक सक्रिय रहते हैं। बंद घरों में कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। विशेषज्ञों ने कहा है कि मानसून में सूखा मास्क ही लगाना चाहिए क्योंकि गीले मास्क से संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है। 

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