आग से तबाह देशों के प्रति कलीसियाओं की विश्व परिषद की एकात्मता। 

कलीसियाओं की विश्व परिषद के महासचिव माननीय लोअन सौका ने कुस्तुनतुनिया के ग्रीक ऑर्थोडोक्स प्राधिधर्माध्यक्ष बरथोलोमियो; मोस्को के प्राधिधर्माध्यक्ष तथा रूस के किरिल; एथेंस के महाधर्माध्यक्ष, ग्रीस की एवंजेलिकल कलीसिया, तिराना, दुर्रेस और अलबानिया के महाधर्माध्यक्ष तथा अमरीका में कलीसियाओं के विश्व परिषद के सदस्यों को एक संदेश भेजकर, उनके प्रति अपनी एकात्मता व्यक्त की है। इन देशों में हाल के दिनों में आग ने तबाही मचायी है और कई लोगों को अपना शिकार बनाया है एवं अनेक लोग घायल हो गये हैं।  
संदेश में कलीसियाओं की विश्व परिषद के सचिव सौका ने कहा है, "जब हजारों लोग आग के कारण आघात एवं तबाही से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, मैं अपनी एकात्मता उन सभी लोगों के प्रति व्यक्त करता हूँ जिन्होंने जीवन और नौकरी खो दी है।"
अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देते हुए डब्ल्यू सीसी ने जोर दिया है कि यह तेजी से स्पष्ट होता जा रहा है कि दुनिया भर में इस साल की आग पिछले वर्षों में लगी आग के समान नहीं है", लेकिन "जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप तेजी से देखी जाने वाली चरम घटनाओं का हिस्सा है।"   
पत्र में कहा गया है कि मनुष्यों की गतिविधि से हमारे आमघर में मौलिक रूप से बदलाव आ रहा है। उन्होंने उन देशों की सराहना की है जो प्राकृतिक आपदा से पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि "संकट और दुःख की घड़ी में, आवास, भोजन और पोषण की अधिक आवश्यकता है और कलीसिया अपनी ओर से सांत्वना, सलाह, आतिथ्य सत्कार, आशा, शक्ति एवं दिलासा प्रदान करती है।"
कलीसियाओं की विश्व परिषद के सचिव ने सभी पीड़ित समुदायों के लिए प्रार्थना की है जिनका भविष्य अनिश्चित है और जिन्होंने सब कुछ खो दिया है।  इन दिनों, ग्रीस, तुर्की, इटली, अल्बानिया और रूप में आग लगी हुई है जहां साइबेरिया के सबसे बड़े क्षेत्र याकूतिया में आग की लपटें इतिहास में पहली बार उत्तरी ध्रुव पर पहुंची हैं। अमेरिका में जुलाई के अंत में आग लगी, जिससे कम से कम 12 राज्यों में आग फैल चुकी है। विशेष रूप से ओरेगन में, 6 जुलाई को लगी आग ने एक महीने में 413,765 एकड़ को जला दिया। 1900 के बाद ओरेगन के इतिहास में यह तीसरी सबसे बड़ी आग है।

Add new comment

13 + 3 =