हम सभी ईश्वर के जीवित मंदिर हैं, पोप फ्रांसिस !

कल 18 नवम्बर को वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर और ओस्तियेंस के संत पौलुस महागिरजाघऱ का समर्पण दिवस था। पोप फ्रांसिस ने पवित्र गिरजाघर के अर्थ को उजागर करते हुए सभी विश्वासियों को ईश्वर के जीवित मंदिर बनने हेतु प्रेरित किया। साथ ही नवम्बर के महिने में सभी मृत विश्वासियों के लिए प्रार्थना करना जारी रखने को कहा।
पोप फ्रांसिस ने वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास के पुस्तकालय से ओनलाइन बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान इटली के सभी विश्वासियों का सौहार्दपूर्ण अभिवादन किया और कहा, ʺआज हम वाटिकन में संत पेत्रुस महागिरजाघर और ओस्टिएंस के संत पौलुस महागिरजाघर के समर्पण का पर्व दिवस मनाते हैं। यह समारोह गिरजाघर के अर्थ को उजागर करती है। इस  पवित्र इमारत में सभी विश्वासी ईश्वर की स्तूति करने एकत्रित होते हैं। यह त्योहार  हममें इस बात की जागरूकता पैदा करता है कि हर विश्वासी ईश्वर का जीवित मंदिर है।ʺ

मृतकों के लिए प्रार्थना :- साथ ही पोप फ्रांसिस ने अंग्रेजी बोलने वाले, और अराबिक बोलने वाले विश्वासियों का अभिवादन कर अपने मृत प्रियजनों के लिए प्रार्थना जारी रखने हेतु प्रेरित किया।

पोप फ्रांसिस ने कहा, ʺमैं आपका सौहार्दपूर्वक अभिवादन करता हूँ। इस नवंबर महीने में, हम अपने मृत प्रियजनों के लिए प्रार्थना करते हैं। आप सभी मृतकों के लिए अपनी प्रार्थना जारी रखें, कि प्रभु उनपर दया करें और स्वर्ग के राज्य में उनका स्वागत करें। आपके और आपके परिवारों के ऊपर मैं हमारे प्रभु यीशु मसीह के आनंद और शांति का आह्वान करता हूँ। ईश्वर आपको आशीर्वाद दें!ʺ

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