लाइबेरिया को पोप की सहायता। 

संत पिता फ्रांसिस ने कोविड-19 से प्रभावित मरीजों के इलाज हेतु मोनरोविया प्रांत में स्थित कैथोलिक अस्पताल “संत जोसेफ” बड़ी मात्रा में चिकित्सा उपकरण भेजे। संत पिता फ्रांसिस ने अफ्रीकी देश लाइबेरिया को कोरोना महामारी से लड़ने हेतु चिकित्सा के उपकरण प्रदान उपहार स्वरुप प्रदान किये।
अफ्रीकी देश, लाइबेरिया में कोरोनावायरस के कुल 5,500 से अधिक मामले हैं, जिसमें अब तक 245 मौतें हो चुकी हैं। देश में टीकाकरण अभियान बहुत ही धीमी गति से बढ़ रहा है, जिसके तहत केवल 0.6 प्रतिशत आबादी को ही सीरम की दोहरी खुराक मिली है। सौभाग्य से, मानवता की सेवा में एकजुटता और सहायता के दरवाजे कभी बंद नहीं होते जिसकी उत्कृष्ट निशानी पिछले सप्ताह देखने को मिली जब संत पापा ने देश को कोरोना से लड़ने हेतु चिकित्सा के जरुरी उपकरण प्रदान किये।
वाटिकन द्वारा दान की गई चिकित्सा की जरूरमंद चीजें बुधवार 25 अगस्त को स्थानीय धर्माध्यक्षीय प्रेरित कार्य में संग्लन, महाधर्माध्यक्ष डागोबर्टो कैम्पोस सालास द्वारा राष्ट्रीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (कैबिकोल) के महासचिव फादर डेनिस सेफास निमेने की उपस्थिति में अस्पताल पहुंचाये गये।
वितरित उपकरणों में एंटीसेप्टिक दवाईओं के उपयोग हेतु श्वासन उपकरण,पंखे, मुखौटे, श्वास हेलमेट, ऑक्सीजन और सुरक्षात्मक चेहरा ढाल इत्यादि शामिल हैं। धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सचिव पुरोहित निमेने के संत पापा के प्रति कृतज्ञता के भाव प्रकट करते हुए कहा,“हम इस दान के लिए संत पापा के आभारी हैं”। उन्होंने इस बात की भी याद की कि महामारी की शुरुआत सन्  2020 में, लाइबेरिया की कलीसिया को वाटिकन की ओर से नगद 40 हजार यूरो सहायता राशि प्राप्त हुई जिसके तहत मानवीय सेवा के कार्य में यह अद्वितीय एकजुटता का प्रतिनिधित्व करता है।
लाइबेरिया में, काथलिक कलीसिया 22 स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबंधन करती है, जिसके तहत “संत जोसेफ” सेंट जॉन ऑफ गॉड (फेटबेनेफ्रेटेली) द्वारा संचालित किया जाता है। फादर निमेरे ने कहा, “सन् 2014 में,  अस्पताल के पूरे कार्यकर्ताओं ने इबोला महामारी का सामना किया। तब से लेकर आज तक अस्पताल कर्मियों को, सुसज्जित चिकित्सा उपकरणों द्वारा किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने हेतु तैयार किया गया है।” कैबिकोल के महासचिव ने यह भी कहा कि कलीसिया कोविड टीकाकरण अभियान का समर्थन करती है तथा विश्वासियों को कोविड की निर्धारित खुराक लेने हेतु प्रोत्साहित कर रही है।”
बेशक, लाइबेरिया एकमात्र ऐसा देश नहीं है जहां संत पिता फ्रांसिस जरुरतमंद चिकित्सा की चीजें सहायता रुप प्रदान कर रहें हैं बल्कि 11 अगस्त को इस्ताविनी के सितेकी “गुड शेफर्ड” अस्पताल में भी,  दो पोर्टेबल फेफड़े के वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क के दस बॉक्स और एन 95 मास्क और कुछ पल्स ऑक्सीमीटर भेजे गए थे। 

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