प्रार्थना हृदय परिवर्तन करती है: दिसम्बर के वीडियो संदेश में पोप।

पोप फ्राँसिस ने दिसम्बर माह के लिए अपने वीडियो संदेश में प्रार्थना की शक्ति पर प्रकाश डाला है जो वास्तविकता एवं हमारे हृदय को बदल सकती है। उन्होंने प्रार्थना की है कि प्रार्थनामय जीवन के द्वारा हम येसु ख्रीस्त के साथ अपने संबंध को पुष्ट कर सकें।
प्रार्थना की प्रेरिताई हेतु दिसम्बर माह के लिए प्रकाशित वीडियो संदेश में संत पापा ने काथलिक विश्वासियों को प्रार्थनामय जीवन हेतु प्रेरित किया है। कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्ष में पोप फ्रांसिस ने हमारे लिए येसु के रहस्यमय जीवन को प्रस्तुत किया है ताकि हम पिता के साथ वार्तालाप कर सकें। प्रार्थनामय जीवन द्वारा यह संभव है कि हम येसु ख्रीस्त के साथ गहरा व्यक्तिगत संबंध स्थापित कर सकते हैं और हमारे हृदय में परिवर्तन ला सकते हैं। प्रार्थना येसु को सुनना है, उनपर चिंतन करना है, उनसे बातचीत करना है और हमारे जीवन में परिवर्तन लाना है। यह पिता के नजदीक आने का रास्ता है।      

महामारी के दौरान पोप की प्रार्थना:- पोप फ्रांसिस प्रार्थना के व्यक्ति हैं और जिसको वीडियो में, वर्ष 2020 के अत्यन्त भावुक  क्षण की तस्वीर के द्वारा दर्शाया गया है। यह तस्वीर उस समय का है जब रिक्त संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में महामारी के लिए प्रार्थना सभा के दौरान संत पापा ने विया देल कोरसो स्थित संत मरचेलो के पवित्र क्रूस का चुम्बन किया था।     

येसु ख्रीस्त ˸ प्रार्थना का जीवन
पोप फ्रांसिस की प्रार्थना को एक स्थान या आंतरिक चिंतन के क्षण के रूप ही तक सीमित नहीं किया जा सकता है। संत पापा ने वीडियो संदेश में कहा है, "प्रार्थना करते हुए हम वास्तविकता में और हमारे हृदय में बदलाव लाते हैं। प्रार्थना हमेशा बदलाव लाता है। हम कई चीजें कर सकते हैं किन्तु प्रार्थना के बिना, इसका कोई अर्थ नहीं है।" येसु अपने सार्वजनिक जीवन में लगातार प्रार्थना करते और उससे शक्ति प्राप्त करते थे। दुर्बलों और बीमार लोगों से घिरे होने पर भी येसु पिता के साथ वार्तालाप को कभी दरकिनार नहीं करते थे।  

कलीसिया की प्रेरिताई के केंद्र में प्रार्थना
आज, पोप फ्रांसिस की प्रार्थना की प्रेरिताई के नेटवर्क से प्रार्थना द्वारा विश्व के लाखों काथलिक जुड़े हैं। संत पापा ने अपने वीडियो संदेश में मौन प्रार्थना का आह्वान किया है। उन्होंने विश्वव्यापी प्रार्थना नेटवर्क की 175वीं वर्षगांठ के अवसर पर सदस्यों के साथ मुलाकात में मौन प्रार्थना की थी।

पोप फ्रांसिस के मासिक प्रार्थना मनोरथ पर विश्वव्यापी प्रार्थना नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय निदेशक फादर फेडरिक फोरनोस ने नेटवर्क की 175वीं वर्षगांठ के अवसर पर संत पापा के साथ मुलाकात की याद करते हुए कहा है, "यह उत्सव का सबसे महत्वपूर्ण समय था। संत पापा ने पौल षष्ठम सभागार में 5,000 से अधिक लोगों के साथ मौन प्रार्थना की और इसके द्वारा संदेश दिया कि प्रार्थना और कलीसिया की प्रेरिताई अपरिहार्य रूप से एक-दूसरे से जुड़े हैं। कलीसिया का मिशन है विश्व की चुनौतियों का सामना करने में अपना साथ देना जो प्रार्थना के बिना असंभव है। अतः कलीसिया के मिशन के लिए प्रार्थना आवश्यक है।"   

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