पोप फ्राँसिस ने मेक्सिको के बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रार्थना की। 

पोप फ्राँसिस ने रविवार को मेक्सिको के बाढ़ पीड़ितों एवं विदेशों में अन्यायपूर्ण ढंग से जेलों में बंद लोगों के लिए प्रार्थना की। देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप फ्राँसिस ने विभिन्न घटनाओं की याद करते हुए उनसे पीड़ित लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट की। उन्होंने मेक्सिको में बाढ़ से पीड़ित लोगों को अपना सामीप्य व्यक्त करते हुए कहा, "मैं बाढ़ पीड़ित लोगों के करीब हूँ जो मेक्सिको के हिदालगो राज्य में हुआ है, खासकर, उन लोगों एवं उनके परिवारवालों के करीब जो तुला के अस्पताल में मर गये।"
पोप फ्राँसिस ने अन्याय के शिकार लोगों की भी याद की। उन्होंने कहा, "मैं उन लोगों को अपनी प्रार्थना का आश्वासन देता हूँ जो विदेशों में अन्यायपूर्ण तरीके से जेलों में बंद हैं। दुर्भाग्य से कई मामले हैं, जिनमें कई बार अलग-अलग एवं जटिल मामले होते हैं।" पोप फ्राँसिस ने उनके लिए जल्द अपने देश वापस लौटने की कामना। 
तत्पश्चात् पोप फ्राँसिस ने रोमवासियों तथा विभिन्न देशों के तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया। उसके बाद उन्होंने फ्राँस के ला सालेत्ते तीर्थस्थल में माता मरियम के 175वें दिव्यदर्शन के उपलक्ष्य में एकत्रित लोगों की याद की, जिन्होंने येरूसालेम में बच्चों को आँसु और गेतसेमनी बारी में चिंता दिखाई थी। यह हमारे पापों के लिए ख्रीस्त के दुःख की झलक है और अपने आपको ईश्वर की करूणा को समर्पित करने का आह्वान।      
अंत में, पोप फ्राँसिस ने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित कीं।

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