पानी के बिना नहीं है जीवन, संत पिता फ्राँसिस

संत पिता फ्राँसिस ने पानी के संरक्षण और इसके उचित वितरण के लिए प्रार्थना की। इटली के धर्माध्यक्षों ने रविवार को इस "पृथ्वी के आशीर्वाद" के लिए धन्यवाद के दिन के रुप में मनाया। संत पिता फ्राँसिस रविवार को इटली के धर्माध्यक्षों के साथ आम भलाई के लिए पानी की सुरक्षा हेतु किये गये आह्वान में शामिल हुए।

रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में उपस्थित सभी विश्वासियों और तीर्थयात्रियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया। उसके बाद संत पिता ने कहा कि "पानी कृषि के लिए महत्वपूर्ण है, यह जीवन के लिए महत्वपूर्ण है!" उन्होंने ग्रामीण दुनिया और "विशेष रूप से छोटे किसानों के लिए प्रार्थना और स्नेह" के साथ अपनी निकटता व्यक्त की और कहा कि "संकट के इस समय में उनका काम पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।"

हर साल, इटली 8 नवंबर को, काथलिक धर्माध्यक्षों द्वारा चुने गये विषय को लेकर विशेष दिवस मनाता है। इस वर्ष का विषय "जल, पृथ्वी का आशीर्वाद" है। धर्माध्यक्षों का कहना है कि पानी एक उपहार है। वे विश्व के उन पुरुषों और महिलाओं के प्रति अपनी निकटता व्यक्त करते हैं जहाँ लोगों की भलाई उनके उदार कार्यों पर निर्भर करती है। कोविड -19 महामारी "का पूरी दुनिया के काम पर भारी प्रभाव पड़ा है।"

पानी सबकी भलाई के लिए :- "जल, पृथ्वी का आशीर्वाद" संदेश में धर्माध्यक्षों ने रेखांकित किया कि जल सामूहिक भलाई के लिए है और इसके उपयोग को अपने सार्वभौमिक गंतव्य के अनुरूप बनाया जाना चाहिए। इस कारण से, एक विशुद्ध रूप से व्यापारिक अवधारणा नहीं हो सकती है। आज का दिन आम भलाई पर विचार करने का अवसर है। इटालियन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सामाजिक समस्याओं और कार्य के लिए बने कार्यालय के निदेशक फादर ब्रूनो बिगनमी ने रेखांकित किया कि इस समय महामारी से बचने के लिए हाथ धोना जरुरी है और सभी के लिए पानी के उपयोग की गारंटी नहीं देना एक "सामाजिक अन्याय" है।

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