व्यक्ति के प्रति विकृत दृष्टिकोण न रखें।

पोप फ्राँसिस ने 12 अगस्त के ट्वीट संदेश में कोरोना वायरस के साथ-साथ समान की अन्य बुराईयों को भी दूर करने का आह्वान किया। पोप फ्राँसिस ने संदेश में कहा, "कोरोना वायरस न केवल एक मात्र बीमारी है जिससे लड़ा जाना चाहिए, बल्कि इस महामारी ने बृहद सामाजिक बीमारियों पर प्रकाश डाला है। उन में से एक है व्यक्ति के प्रति विकृत दृष्टिकोण, एक परिप्रेक्ष्य जो व्यक्ति की गरिमा एवं उसके सापेक्ष चरित्र की अनदेखी करता है।"

Add new comment

1 + 8 =