लीबिया में हमले के शिकार आप्रवासियों के लिए प्रार्थना

लीबिया आप्रवासी निरोध केंद्र

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 7 जुलाई को देवदूत प्रार्थना के उपरांत लीबिया के आप्रवासी निरोध केंद्र में हुए हमले तथा अफगानिस्तान, माली, बुर्किना फासो एवं निगेर में हत्या के शिकार लोगों की भी याद की।

लीबिया में शरणार्थी शिविर में हुए आक्रमण की याद कर संत पापा ने उसके शिकार लोगों के लिए प्रार्थना करने का निमंत्रण देते हुए कहा, "यद्यपि कुछ दिन बीत चुके हैं फिर भी मैं लीबिया के आप्रवासी निरोध केंद्र में हुए हमले के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना का आग्रह करता हूँ। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस तरह की गंभीर सच्चाई को सहन नहीं कर सकता। मैं इसके शिकार लोगों के लिए प्रार्थना करता हूँ कि शांति के ईश्वर सभी मृतकों का स्वागत करे एवं घायलों को सहायता प्रदान करे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि मानवीय सहायता दल की ओर से सबसे जरूरतमंद आप्रवासियों को मदद मिल पायेगी।

उन्होंने अफगानिस्तान, माली, बुर्किना फासो एवं निगेर में हत्या के शिकार लोगों की भी याद की और उनके लिए मौन प्रार्थना अर्पित की।  

तब उन्होंने देश-विदेश से एकत्रित सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया खासकर, उन्होंने अमरीका के संत इग्नासियुस के विद्यार्थियों, बासियास्को एवं माईरागो के युवाओं एवं फोरमेटर्स कोर्स में भाग लेने वाले पुरोहितों का अभिवादन किया। उन्होंने रोम के एरिट्रीयन समुदाय तथा पोलैंड के तीर्थयात्रियों का भी अभिवादन किया।

अंत में, संत पापा ने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल- कामनाएँ अर्पित की।

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