ईश्वर का वचन जीवित है

पवित्र धर्मग्रंथ को प्रस्तुत करते हुए एक पुरोहित

ईश्वर विभिन्न माध्यमों द्वारा अपने आपको प्रकट करते हैं। वे सृष्टि में अपने को हर रोज प्रकट करते हैं। सुसमाचार में हम येसु के वचनों को पाते हैं जिन्होंने पिता ईश्वर को अधिक स्पष्ट रूप से प्रकट किया है। अतः ईश्वर के बारे अधिक जानने और समझने के लिए धर्मग्रंथ का पाठ करना हमारे लिए अति आवश्यक है।

संत पापा ने ट्वीट संदेश में सुसमाचार पर पूर्ण विश्वास रखने हेतु प्रेरित करते हुए लिखा, "ईश्वर का वचन जीवित है। (इब्रा.4,12) यह कभी नहीं मरता और न ही पुराना होता है लेकिन हमेशा बना रहता है।" 

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