यदि आप नींद में बड़बड़ाते हैं तो घबराएं नहीं।

नींद में बोलने की समस्या को मेडिकल भाषा में निद्रालाप (somniloquy) कहा जाता है। नींद में बोलना एक प्रकार का पैरासोमनिया (नींद के समय असाधारण व्यवहारिक गतिविधियां) होता है। नींद में बोलना एक सामान्य घटना है, जिसे कोई गंभीर मेडिकल समस्या नहीं माना जाता है। नींद में बोलने वाले व्यक्ति को इस घटना के बारे में कुछ भी पता नहीं होता है और नींद के दौरान उनके बोलने की भाषा और आवाज थोड़ी अलग हो सकती है। नींद के दौरान व्यक्ति जो बोलता है, वह स्वाभाविक भी हो सकती है फिर व्यक्ति द्वारा पहले हुई किसी बातचीत से जुड़ी हो सकती है। अक्सर नींद में बोलने वालों की बातें बहुत स्पष्ट नहीं होती है l

कैसे बचें

यूँ यह कोई समस्या नहीं है, लेकिन बस शर्मिंदगी की वजह हो सकती है। इसलिए कुछ उपाय अपनाकर आप इससे निजात पा सकते हैं जैसे :

  • नींद का सही शेड्यूल बनाकर रखें।
  • पूरी नींद लें।
  • नींद के दौरान आने वाले अवरोधों को दूर करें जैसे शोर या रौशनी।
  • शराब पीते हों तो उसे बंद करें।
  • बचें शारीरिक और मानसिक तनाव से।

इन उपायों से करें अपना इलाज़।

- चार्ल्स सिंगोरिया 

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