पवित्र परिवार

कुछ दिनों पहले मुझे एक गैर ख्रीस्तीय घर में मेहमान बनकर जाने का सुअवसर प्राप्त हुआ। जब मैं उस घर में पहुंचा तो "अतिथि देवो भव:" के रूप में मेरा वहां स्वागत सत्कार किया गया। वहां जाकर मुझे पता चला कि वह एक संयुक्त परिवार है। उस घर में चार पीढ़िया एक छत के नीचे एक साथ रह रही है। उस घर में सभी व्यक्तियों में एक - दूसरे के प्रति प्रेम, सहयोग, समर्पण,आदर, मेलजोल, तथा एकता की भावना थी। छोटो के प्रति प्रेम,और बड़ों के प्रति आदर तो देखते ही बनता था। यूँ तो उनका घर कच्चा और छोटा था मगर उस घर के लोगो के दिलों में अन्य लोगो के लिए बहुत जगह थी। और सबसे बड़ी बात एक गैर ख्रीस्तीय परिवार होते हुए भी उस घर की नींव ख्रीस्तीय मूल्यों पर रखी गयी थी। उन लोगों से बातें करके मुझे एहसाह हुआ कि असल मायनो में पवित्र परिवार क्या होता है। आज के इस युग में पवित्र परिवार वही है जिसकी नींव ख्रीस्तीय मूल्यों के आधार पर रखी गयी है।

एक अच्छा परिवार तब बनता है, जब उसके सारे सदस्यो  के बीच मेल-जोल हो प्रेम हो, त्याग की भावना हों, और जो हर मुश्किल घड़ी में एक दूसरे के साथ खड़े हो। एक परिवार तो कुछ लोगो से मिलकर बन सकता है मग़र, एक पवित्र परिवार तब बनता है जब उसकी नींव ख्रीस्तीयों मूल्यों के आधार पर रखी जाए। प्रभु येसु का परिवार एक पवित्र परिवार की मिस्साल है क्योंकि येसु स्वयं ईश्वर होते हुए भी अपने माता पिता के अधीन रहे। और उन्होंने अपने माता-पिता की सभी आज्ञाओ का पालन किया। इसे पवित्र परिवार बनाने के लिए युसूफ एवं मरियम ने भी अपना पूर्ण सहयोग दिया। ईश्वर की इच्छा को जानकर अपना जीवन जिया, और स्वयं को ईश्वर की इच्छानुसार ढ़ाल लिया। प्रभु येसु का यह पवित्र परिवार प्रेम, दया,आदर, विश्वास का सच्चा प्रतीक हैं तो क्यों ना हम अपने परिवार को पवित्र परिवार जैसा बनाएं ।

हम भी अपने परिवार को एक पवित्र परिवार बना सकते है। हमे सिर्फ ईश्वर की शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारकर, उनकी आज्ञाओ का पालन करना है। यदि हम ख्रीस्तीय मूल्यों को अपनाकर अपना जीवन जीयेंगे  तो हमारा परिवार भी पवित्र परिवार की श्रेणी में आ जाएगा। और यदि आपके परिवार में किसी भी चीज़ का अभाव हो तो आप ईश्वर से प्रार्थना करे, जिससे ईश्वर आपके परिवार को भी एक आदर्श पवित्र परिवार बना देगा।

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