स्वैच्छिक निर्धनता

सन्त मत्ती के अनुसार सुसमाचार
19: 23-30

धन की जोखिम

तब ईसा ने अपने शिष्यों से कहा, "मैं तुम लोगों से यह कहता हूँ - धनी के लिए स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन होगा।

मैं यह भी कहता हूँ कि सूई के नाके से हो कर ऊँट का निकलना अधिक सहज है, किन्तु धनी का ईश्वर के राज्य में प्रवेश करना कठिन है।"

यह सुनकर शिष्य बहुत अधिक विस्मित हो गये और बोले, "तो फिर कौन बच सकता है।"

उन्हें स्थिर दृष्टि से देखते हुए ईसा ने कहा, "मनुष्यों के लिए तो यह असम्भव है। ईश्वर के लिए सब कुछ सम्भव है।"

स्वैच्छिक निर्धनता

तब पेत्रुस ने ईसा से कहा, "देखिए, हम लोग अपना सब कुछ छोड़ कर आपके अनुयायी बन गये हैं। तो, हमें क्या मिलेगा?"

ईसा ने अपने शिष्यों से कहा, "मैं तुम, अपने अनुयायियों से यह कहता हूँ - मानव पुत्र जब पुनरुत्थान में अपने महिमामय सिहांसन पर विराजमान होगा, तब तुम लोग भी बारह सिंहासनों पर बैठ कर इस्राएल के बारह वंशों का न्याय करोगे।

और जिसने मेरे लिए घर, भाई-बहनों, माता-पिता, पत्नी, बाल-बच्चों अथवा खेतों को छोड दिया है, वह सौ गुना पायेगा और अनन्त जीवन का अधिकारी होगा।

बहुत-से लोग, जो अगले हैं, पिछले हो जायेंगे और जो पिछले हैं, अगले हो जायेंगे।

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