स्टेन स्वामी ने जेल से लिखा मार्मिक पत्र

मुंबई के तलोजा जेल में बंद 83 वर्षीय मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी ने अपने मित्र और एक्टिविस्ट जॉन दयाल को लिखे एक पत्र में कहा है कि तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जेल में मानवता तरंग भर रही है। पत्र में उन्होंने जेल में बंद अपने मित्रों और साथी कैदियों के बारे में लिखा है।उन्होने लिखा प्रिय साथियों,शांति! हालांकि जो मैंने सुना है उसमें से बहुत से डिटेल्स मेरे पास नहीं हैं, लेकिन मैं मेरे समर्थन में आपकी एकजुट आवाज़ का आभारी हूं। मैं एक सेल में दो और कैदियों के साथ हूं। मेरे साथ के दोनों कैदी रात में खाना खाने, कपड़े धोने में मेरी मदद तो करते ही हैं, वे मेरे घुटने के जोड़ों की मालिश भी कर देते हैं। दोनों बहुत ही गरीब परिवारों से हैं। आप अपनी दुआओं में मेरे कैदी साथी और सहयोगियों को याद रखें।

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