क्रिसमस के दिन बंद रहेंगे चर्च। साप्ताहिक कलीसियाई समाचार | RVA हिंदी

आगमन का तीसरा रविवार मनाया गया

फादर स्टेन स्वामी की रिहाई के लिए नेशनवाइड पोस्ट कार्ड अभियान शुरू किया गया

पाकिस्तान में ईसाई पत्रकार की गोली मारकर हत्या

कार्डिनल ताग्ले ने  कहा  2020 का क्रिसमस, महामारी के कारण एक खास क्रिसमस होगा

पत्रकारों के लिए इतना खतरनाक देश है भारत, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

संत पिता ने कहा प्रार्थना हमारी आत्मा और आवाज है

सिख पुजारी बाबा राम सिंह ने आत्महत्या की

सुप्रीम कोर्ट ने अनिवार्य धर्मनिरपेक्षता पर जारी किया नोटिस।

क्रिसमस के दिन दिनभर चर्च बंद रहेंगे।

 

 

आगमन का तीसरा रविवार मनाया गया

 

 विश्व के कैथोलिक विश्वासियों ने, गुलाबी रंग की मोमबत्ती प्रज्वलित कर,अपने अपने गिरजाघरों में, आगमनकाल का तीसरा रविवार मनाया। पवित्र मिस्सा के दौरान कोविड-19 की सावधानियां बरती गई।रेड चर्च (संत फ्राँसिस असिसी कैथड्रल) इन्दौर में सुबह 07:00 तथा 08:30 बजे पवित्र मिस्साएं अर्पित की गई। अपने प्रवचन में फादर सायमन राज ने कहा- "ईश्वर नबी इसायाह के द्वारा दुखियों को दिलासा, बन्दियों को छुटकारा और दलितों को मुक्ति का संदेश देते हैं।" नबी अपने मुख से कहता है- "मनुष्य चाहे दुनिया भर की तकलीफों से जूझ रहा हो! ईश्वर सबको सम्भालता है।" यही बात मसीह का अग्रदूत योहन बपतिस्ता भी कहता है- "तुम हृदय की निष्कलंकता, प्रेम, दया, क्षमाशीलता बनाये रखो। तभी पवित्र आत्मा तुम्हारे जीवन में ज्योति भरेगा। इसी ज्योति से तुम स्वयं के और दूसरों के मन के अन्धकार को दूर करोगे। आज हम आगमनकाल की तीसरी मोमबत्ती प्रज्वलित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करें कि वह हमारी सहायता करें कि हम हमारे हृदय को प्रभु येसु के आगमन एवं स्वागत के लिए स्वच्छ बना सकें।

 

फादर स्टेन स्वामी की रिहाई के लिए नेशनवाइड पोस्ट कार्ड अभियान शुरू किया गया

 

भारत के कई हिस्सों में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस को चिह्नित करने वाले कार्यक्रमों में बुजुर्ग जेसुइट फादर स्टेन और 15 अन्य कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग प्रमुख थी। 10 दिसंबर को देश भर में प्रदर्शन, वेबिनार और मार्च आयोजित किया गया ,गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी और  गृह मंत्री अमित शाह को 100,000 पोस्टकार्ड भेजने के लिए "फ्रेंड्स ऑफ फ्रो स्टेन स्वामी" नामक एक अभियान भी शुरू किया ।, ”असम क्रिश्चियन फोरम के प्रवक्ता एलन ब्रूक्स ने कहा, हम चाहते हैं कि फादर स्वामी और अन्य कार्यकर्ताओं को तुरंत मुक्त किया जाए

 

पाकिस्तान में ईसाई पत्रकार की गोली मारकर हत्या

 

पाकिस्तान में मीडिया लोगों पर जारी हिंसा में 37 वर्षीय मेथोडिस्ट ईसाई क्वाइस जावेद इसके नवीनतम शिकार बन गये। सत्तारूढ़ पाकिस्तान जस्टिस पार्टी के पूर्व सदस्य मोहन मासिह के पत्रकार बेटे क्वाइस जावेद की 7 दिसम्बर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।पुलिस और परिवार ने बताया कि जावेद की मौत उत्तर-पश्चिमी शहर डेरा इस्माइल खान में एक यात्रा के दौरान हुई। पुलिस के पास दायर रिपोर्ट के अनुसार,  वह और उसका बेटा अपने वाहन से उतरकर अपने घर में घुसने वाले थे, तभी उसे गोली मार दी गई। उन्हें जल्दी से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई। उनके बेटे को गोली नहीं लगी।

 

 

 

कार्डिनल ताग्ले ने  कहा  2020 का क्रिसमस, महामारी के कारण एक खास क्रिसमस होगा

 

सुसमाचार प्रचार को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल लुईस अंतोनियो ताग्ले ने 2020 में क्रिसमस मनाये जाने पर अपनी आशा व्यक्त किया है तथा कोविड-19 से पीड़ित लोगों को प्रोत्साहन दिया है। दुःख और आशा दो भावनाएँ हैं जो महामारी के बीच क्रिसमस 2020 की विशेषताएँ हैं। यह साल जिसका अंत होनेवाला है पीड़ा से भरा है किन्तु कई पीड़ित लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्धता को भी उजागर किया है।उन्होंने कोविड-19 महामारी से संक्रमित होने के अपने अनुभव को याद किया है तथा येसु के जन्म को आशा एवं सम्पूर्ण मानव जाति के पुनः जन्म के समय के रूप में स्वीकार करने के महत्व पर जोर दिया है।

 

 

पत्रकारों के लिए इतना खतरनाक देश है भारत, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

 

भारत में पत्रकारों के साथ होने वाली घटनाएं किसी से भी छिपी नहीं हैं ,इसीलिए भारत का नाम उन देशों की लिस्ट में आता है जो पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक हैं. अब एक रिपोर्ट ने भी इस बात पर मुहर लगाई है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश है जहां पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं. इस लिस्ट में सबसे ऊपर अफगानिस्तान का नाम शामिल है.रिपोर्ट्स विदआउट बॉर्डर्स' की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साल 2018 में दुनियाभर के 80 पत्रकारों की हत्या हुई है. भारत में 6 पत्रकारों की हत्या हुई. इसके अलावा पत्रकारों से मारपीट के भी कई मामले सामने आए, रिपोर्ट में भारतीय पत्रकारों के साथ सोशल मीडिया पर किए गए बुरे बर्ताव या फिर ट्रोलिंग, कैंपेनिंग की भी बात कही गई है. बताया गया है कि भारत के पत्रकारों को सोशल मीडिया पर जान से मारने की कई धमकियां मिलीं।

 

 

 

 

संत पिता ने कहा प्रार्थना हमारी आत्मा और आवाज है

 

संत पिता फ्रांसिस ने अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह में विनयपूर्ण प्रार्थना का मर्म समझाया।प्रार्थना करने वाले दुनिया से हार नहीं मानते हैं। यदि प्रार्थना मानवता की खुशी और दुःखों, आशाओं और चिंताओं को अपने में जमा नहीं करती तो यह एक श्रृंगार बन जाती है। हम सभों को अपनी गरहाई में जाने की जरुरत है जहाँ हम अपने जीवन पर चिंतन करते और ईश्वर के संग एक संबंध स्थापित करते हैं।

 

 

सिख पुजारी बाबा राम सिंह ने आत्महत्या की

 

हरियाणा के एक गुरुद्वारे के पुजारी, बाबा राम सिंह, जो किसानों के विरोध में शामिल हुए थे, आज दिल्ली की सीमा पर आत्महत्या करके मर गए, जहाँ वे कल शाम पहुँचे थे। एक नोट में, उन्होंने कहा कि वह “सरकार के अन्याय के खिलाफ गुस्से और दर्द को व्यक्त करने के लिए” अपने जीवन का बलिदान कर रहे थे।“मुझे लगता है कि किसानों का दर्द उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए लड़ रहा है … मैं उनका दर्द साझा करता हूं क्योंकि सरकार उनके साथ न्याय नहीं कर रही है। अन्याय को कम करना एक पाप है, लेकिन यह अन्याय को सहन करने के लिए भी पाप है। किसानों का समर्थन करना।” कुछ ने सरकार को अपने पुरस्कार लौटा दिए हैं। मैंने खुद को बलिदान करने का फैसला किया है, “उन्होंने जो नोट छोड़ा उसे पढ़ें।पुलिस ने कहा कि 65 वर्षीय ने खुद को गोली मार ली थी। सोनीपत के डिप्टी पुलिस कमिश्नर श्याम लाल पूनिया ने कहा, “उन्हें पानीपत के पार्क अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

 

सुप्रीम कोर्ट ने अनिवार्य धर्मनिरपेक्षता पर जारी किया नोटिस।

 

नई दिल्ली: भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 14 दिसंबर को मलंकरा चर्च में प्रचलित अनिवार्य पापस्वीकार संस्कार वाली याचिका पर संघीय और केरल सरकारों के बीच चर्च को नोटिस जारी किया।याचिका में यह प्रश्न उठाया गया है कि क्या संविधान के अनुच्छेद 21 (व्यक्तिगत स्वतंत्रता) और अनुच्छेद 25 (धर्म की स्वतंत्रता) का उल्लंघन करने से पहले अनिवार्य धार्मिक स्वीकारोक्ति अनिवार्य है।माथाचन और जोस ने कहा कि पुरुषों और महिलाओं से जबरन और अनिवार्य पाप स्वीकार संस्कार ने महिलाओं के शोषण और ब्लैकमेलिंग सहित गंभीर समस्याओं को जन्म दिया है।

याचिका में कहा गया है, "यदि किसी व्यक्ति ने पाप स्वीकार संस्कार ग्रहण नहीं किया है, तो उस व्यक्ति का नाम पल्ली रजिस्टर से हटा दिया जाएगा और उसे चर्च की सभी गतिविधियों से रोक दिया जाएगा।" "अगर वह संबंधित व्यक्ति शादी करना चाहता है, तो उसे शादी करने की अनुमति देने से पहले अनिवार्य रूप से पाप स्वीकार संस्कार ग्रहण करना होगा। ”

2018 में, केरल उच्च न्यायालय ने "पाप स्वीकार संस्कार" की प्रथा को असंवैधानिक घोषित करने की मांग को खारिज कर दिया था। अदालत ने कहा था कि यह प्रथा ईसाई धर्म का पालन करने वाली प्रथा थी।

याचिका में चर्च के 1934 के संविधान में खंड 7 और 8 को रद्द करने की मांग की गई, जिससे पल्ली की आम सभाओं में भाग लेने के लिए स्वीकारोक्ति अनिवार्य हो गई।

 

क्रिसमस के दिन दिनभर चर्च बंद रहेंगे।

 

इस साल क्रिसमस पर भी कोरोना का साया रहेगा। कैथोलिक समाज इस बार प्रभु येसु के आगमन की ख़ुशी में क्रिसमस का त्यौहार सादगी के साथ मनायेर्गा।  शहर के चर्चों को सजाया जा रहा है। गौशालाओं का निर्माण किया जा रहा है। जहा येसु का जन्म हुआ था। समाजजन भी अपने घरों में विशेष सजावट कर रहे है।  हालाँकि 24 दिसम्बर की रात को प्रभु के आगमन काल पर चर्चों में रात भर विशेष आराधना नहीं होगी। इसकी जगह शाम 5 से 7 बजे तक के बीच विशेष आराधना की जायेगी. वही प्रभु येसु के जन्म दिन यान 25 दिसंबर को दिन दिनभर चर्च बंद रहेंगे।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए समाजजन एक दूसरे के घर जाकर कैरोल सिंगिंग का आयोजन भी नहीं करेंगे।  इस बार समाजजन सांता क्लॉस बनकर गिफ्ट, चॉकलेट व मिठाइयां नहीं बाटेंगे। सभी एक दूसरे को सोशल मीडिया के माध्यम से बधाइयाँ देंगे।

 

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