राँची महाधर्मप्रांत ने कुलियों, श्रमिकों व शेल्टर हॉम की मदद कर येसु का प्रेम बांटा। 

राँची महाधर्मप्रांत ने कोविड-19 महामारी काल में दया के अपने कार्यों को जारी रखते हुए कुलियों, रेलवे स्टेशन पर मदद करनेवाले श्रमिकों और शेल्टर हॉम को राशन प्रदान किया। कोविड-19 महामारी ने समाज के सभी वर्गों को प्रभावित किया है।
राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो एस.जे एवं धर्माध्यक्ष थियोदोर मस्करेनहस एसएपएक्स के साथ धर्मप्रांत के फादरों, ब्रादरों एवं युवाओं ने राँची के रेलवे स्टेशनों पर 100 से अधिक कुलियों, मोचियों और अन्य कर्मचारियों को सूखा राशन प्रदान किया।
राँची काथलिक युवा संघ के अध्यक्ष श्री कुलदीप तिरकी ने नाजरेत परिसर में एकत्रित कुलियों एवं अन्य लोगों को राशन वितरण के अर्थ के बारे जानकारी दी। उन्हें सूचित किया कि यह सरकारी राशन नहीं है बल्कि काथलिक कलीसिया द्वारा अपने कई शुभचिंतकों की उदारता के कारण दिया जा रहा है।
बिशप थियोदोर ने लाभार्थियों से बातें करते हुए इस बात को रेखांकित किया कि इस कोरोनावायरस महामारी के समय में रेलवे स्टेशन पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है और सिर्फ सीमित ट्रेनें चल रही हैं जिससे उन्हें काम नहीं मिल रहा है और उनके परिवारों के भरण-पोषण में कठिनाई हो रही है। काथलिक कलीसिया प्रेम से उन लोगों की याद करती है और उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु चावल, दाल, चना, सोयाबीन और खाना बनाने के तेल के साथ, एक परिवार के लिए 15 दिनों का राशन प्रदान करने का फैसला ली है। उन्होंने कहा कि हम ये राशन सिर्फ भौतिक लाभ पहुँचाने के लिए नहीं बांट रहे हैं बल्कि इसके द्वारा हम येसु मसीह के सिखाये गये प्रेम को प्रकट कर रहे हैं।
आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो और बिशप थियोदोर के साथ, फादर सुशील टोप्पो, फादर अंजलुस एक्का, ब्रादर निखिल कुजूर, श्री कुलदीप तिरकी, श्री लुईस बाड़ा, श्री अभय तिग्गा और नाजरेथ कॉन्वेंट की सिस्टर अमेलिया ने नाजरेथ परिसर में एकत्रित लोगों के बीच राशन वितरण किया। इससे पहले उन्होंने प्रेमाश्रय शेल्टर होम के सेफ्टी गर्ल्स और स्टार्फ के सदस्यों के बीच राशन का वितरण किया था। राँची के कैथरिन स्पॉल्डिंग सेंटर के एक इमारत में नाजरेथ की धर्मबहनों के सहयोग से प्रेमाश्रय का संचालन जान फाँडेशन द्वारा किया जाता है।
प्रेमाश्रय उन बच्चों के लिए एक असली घर है जो मुश्किल या लावारिस हालत में तथा विषम परिस्थितियों में इसमें प्रवेश करते हैं। यहाँ उनकी देखभाल, सुरक्षा, मनोवैज्ञानिक सहायता, परामर्श और अन्य जरूरतों पर ध्यान दी जाती है। अधिकांश बच्चों को उचित प्रक्रिया के बाद बाल-कल्याण समिति, राँची के निर्देशन में अपने परिवारों के साथ फिर से जोड़ दिया जाता है जबकि उनमें से कुछ को विस्तारित आश्रय और सहायता के लिए दूसरे घरों में स्थानांतरित कर दिया जाता है। महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स ने शेल्टर होम की लड़कियों को सम्बोधित करते हुए उन्हें मजबूत, साहसी और आशा के साथ अपने भविष्य के लिए तत्पर रहने का प्रोत्साहन दिया।

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