भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने जैव-नैतिकता मंच का गठन किया है। 

भारत के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीसीबीआई) ने एक जैव-नैतिकता मंच स्थापित किया है। सीसीबीआई द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह "एक सलाहकार मंच है जो सीसीबीआई के ईशशास्त्र और धर्मसिद्धांत आयोग के तहत काम करेगा और एक व्यक्ति केंद्रित जैव-नैतिक पहुँच के द्वारा, क्लिनिक में काम करने, जैव-नैतिकता शोध और स्वास्थ्य मामले में सार्वजनिक नीति के साथ काम करेगा। नया मंच "स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, बायोएथिसिस्ट, वकीलों और धर्मशास्त्रियों के साथ एक अकादमिक संवाद" में भी शामिल होगा; यह "चिकित्सा पद्धति और सार्वजनिक नीति के क्षेत्र में काथलिक कलीसिया की शिक्षाओं के निहितार्थों का अध्ययन" करने की भी कोशिश करेगा।
 नये मंच की स्थापना 20 और 21 सितंबर 2021 को आयोजित सीसीबीआई कार्यकारी समिति की 87वीं बैठक के दौरान की गई है।
राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो येसु समाजी मंच के अध्यक्ष नियुक्त किये गये हैं; तथा बैंगलोर महाधर्मप्रांत के फादर ख्रीस्तोफर विमलराज को सीसीबीआई के ईशशास्त्र एवं धर्मसिद्धांत आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
बैंगलोर के सेंट जॉन्स नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस विभाग में ईशशास्त्र एवं जैव-नैतिकता के प्रोफेसर फादर ख्रीस्तोफर विमलराज ने रोम के अल्फोंसियन एकादमी से डॉक्ट्रेट की उपाधि एवं जेमेली मेडिकल कॉलेज से जैव-नैतिकता में मास्टर की डिग्री हासिल की है।

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