जेल में स्टेन स्वामी ने सिपर कप की गुहार लगाई,

NIA ने जवाब देने को 20 दिन का वक्त मांगा "आदिवासियों के अधिकार के लिए कार्य करने वाले फादर स्टेन स्वामी (Father Stan Swamy) ने पर्किंसन रोग (Parkinson) का हवाला देते हुए जेल में चाय आदि पीने के लिए स्ट्रा-सिपर कप (बंद कप और पाइप) की मांग की है. हालांकि एनआईए (NIA) ने इस पर जवाब देने के लिए 20 दिन का वक्त मांगा है. 83 साल के फादर स्टेन स्वामी (Stan Swamy) पर्किंसन रोग से ग्रसित हैं, इससे उनका नर्वस सिस्टम कमजोर होता जा रहा है और अचानक ही उनके हाथ-पैर में कंपन होता है या मांसपेशियों में अकड़न होती है. इस कारण उन्हें रोजमर्रा के कामकाज यहां तक कि कुछ खाने-पीने में भी दिक्कत होती है. यहां तक कि फादर स्टेन स्वामी को कुछ चबाने या निगलने में भी परेशानी महसूस हो रही है. करीब एक माह तक तलोजा सेंट्रल जेल में बंद स्टेन स्वामी ने कोर्ट को दिए अपने आवेदन में कहा कि वह पर्किंसन के कारण अपने हाथ में एक गिलास भी नहीं पकड़ सकते. अनेक लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर 83 वर्षीय जेसुइट के सहज अनुरोध के लिए एनआईए की प्रतिक्रिया की निंदा की।कोर्ट जेल परिसर के बाहर से यह सामग्री लाने की इजाजत दे सकती है. उसने इस मामले की सुनवाई 26 नवंबर तक के लिए टाल दी है.एनआईए की प्रतिक्रिया की निंदा सामाजिक कार्यकर्ता जेसुइट फादर सेड्रिक प्रकाश ने कहा, "एनआईए की ओर से फादर स्टेन स्वामी के अनुरोध पर यह प्रतिक्रिया न केवल असंवेदनशील है, बल्कि बिल्कुल अमानवीय है।

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