ख्रीस्त जन्मोत्सव मनाया गया।

कोविड 19 की सावधानियां बरतते हुऐ सर्वव्यापी कैथोलिक कलीसिया ने, पूरे विश्व में,  ख्रीस्त जन्मोत्सव को शाम 05:00 बजे से मनाना शुरु किया। अपने अपने देश में, अपने अपने समयानुसार,और सुविधानुसार क्रिसमस की धार्मिक पूजनविधि याने कि पवित्र मिस्सा अर्पित की गयी। इन्दौर शहर के नौ कैथौलिक गिरजाघरों (1)संत फ्राँसिस असिसी कैथड्रल (रेड चर्च) (2)संत जोसफ चर्च नन्दानगर (3)संत तेरेसा चर्च पुष्पनगर (4)संत आरनोल्ड चर्च विजयनगर (5)इन्फैन्ट जीस़स चर्च छोटा बाँगड़दा (6)संत नोरबर्ट चर्च कैट रंगवासा (7)संत विन्सेंट पलोटी चर्च सुखलिया (8)होली फैमेली चर्च पिपलिया कुमार (9)होली स्प्रिट चर्च पालदा ने भी ऊपर लिखे अनुसार रव्रीस्त जन्मोत्सव मनाया। रेडचर्च में  बिशप चाको तथा पल्ली पुरोहित फादर बीजू मैथ्यू के निर्देशानुसार शाम छ:बजे से विश्वासियों का आना शुरू हुआ।  तयशुदा संख्या में प्रवेश दिया गया। रेड चर्च पल्ली पुरोहित फादर बीजू मैथ्यू, सहायक पल्ली परोहित फादर सुरेश सोनवानी, फा.मुकेश मचार एवं अन्य फादरगण की सहभागिता एवं बिशप (डॉ) चाको की अगुआई में पवित्र मिस्सा अर्पित की गई। अपने प्रवचन में बिशप चाको ने बताया। जिस प्रकार वर्तमान में पूरा संसार कोविड 19 के वेक्सीन या दवाओं का इन्तज़ार कर रहा है ठीक उसी प्रकार करीब 2025 वर्षों पूर्व मानव जाति पाप की महामारी से बचने के लिए प्रभु येसु रव्रीस्त का इन्तज़ार कर रही थी। पिता परमेश्वर ने दयालु बनकर मानव जाति की चाहत को पूरा किया। उन्होंने अपने एकलौते पुत्र को दुनिया में भेजा और उसी पुत्र प्रभु येसु रव्रीस्त का जन्मोत्सव आज हम मना रहे हैं। क्रिसमस का मकसद ही यह है कि हम पापों से मुक्त हो जायें और ईश्वर के दर्शन कर पायेंई। श्वर और मानव जाति के बीच एक मधुर संबंध कायम हो जाए। इसीलिए मैरी क्रिसमस कहकर एक दूसरे का अभिनन्दन करते हैं। भजन मंडली ने सुमधुर भजन गाये। गौशाला एवं पूरे चर्च परिसर की बहु-रंगी विद्युत सज्जा की गई थी। पवित्र मिस्सा पश्चात सभी ने एक दूसरे को ख्रीस्त जन्मोत्सव की बधाईयाँ दी। 

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