फिलीपींसी धर्माध्यक्षों को संत पापा का प्रोत्साहन

फिलीपींस नशीली पदार्थों की लत में पड़े लोगों की मौत का विरोध करते लोग फिलीपींस नशीली पदार्थों की लत में पड़े लोगों की मौत का विरोध करते लोग

फिलीपीन्स के धर्माध्यक्ष पाब्लो विर्जिलियो डेविड, अवैध नशीली पदार्थ पर सरकार की कार्रवाई के तहत असाधारण न्यायिक हत्याओं को रोकने हेतु एक अभियान की पहली पंक्ति पर है। संत पापा फ्राँसिस उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं तथा उन्होंने उन्हें प्रोत्साहन दिया है कि वे मानव अधिकार एवं प्रतिष्ठा के लिए नबी की आवाज बने रहें।

फिलीपींस के धर्माध्यक्ष जिन्हें नशीली दवाओं का युद्ध (ड्रग्स वॉर) के लिए सरकार की आलोचना करने पर मौत की धमकी दी गयी है उनसे संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि उनके साथ जो हो रहा है वे उससे अवगत हैं तथा उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

मानव अधिकार दल ने दावा किया है कि असाधारण हत्याओं में करीब 20,000 से अधिक लोग मारे गये हैं। उनमें से अधिकतर देश के पुलिसों द्वारा मौत के शिकार हुए हैं जब 2016 में राष्ट्रपति ने अवैध नशीली पदार्थों पर नकेल कसने का वादा किया।

कालूकान के धर्माध्यक्ष पाब्लो विर्जिलियो डेविड ने वाटिकन न्यूज को बतलाया कि वे संत पापा के शब्दों से अत्यन्त प्रभावित एवं प्रेरित हुए। उन्हें पिछले सप्ताह संत पापा से वाटिकन में मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान संत पापा ने कहा था, "मैं चाहता हूँ कि आपको मालूम हो कि मैं आपकी परिस्थिति से परिचित हूँ। मैं आपके लिए विन्ती कर रहा हूँ।"

धर्माध्यक्ष पाब्लो फिलीपींस के धर्माध्यक्षों के साथ संत पापा से अद लिमिना मुलाकात हेतु वाटिकन आये थे।

धर्माध्यक्ष डेविड असाधारण हत्याओं को रोकने, नशा करने वालों को पुनर्वास प्रदान करने तथा फिलीपींस में प्रचलित हिंसा की संस्कृति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अभियान चला रहा है।

वाटिकन न्यूज के साथ बातचीत में धर्माध्यक्ष डेविड ने बताया कि उन्होंने पोप को हिंसा और उनके साथ हो रहे अन्याय के बारे में बताया, विशेषकर अपने धर्मप्रांत में।

उन्होंने कहा, "जब मैंने पूछा कि क्या आप जानते हैं कि कालूकान धर्मप्रांत में क्या हो रहा है, जहाँ नशीली पदार्थों को रोकने हेतु जारी संघर्ष के लिए वेतन दिये जाते हैं। तब उन्होंने कहा कि वे इसके बारे अच्छी तरह जानते हैं।"

उन्होंने बताया कि लगातार दुर्व्यवहार और हिंसा के दस्तावेजीकरण का काम उन्होंने अपने ऊपर लिया है। इसको करने के लिए उन्होंने एक आयोग का गठन किया है तथा फोटो पत्रकार जो मौतों का हिसाब रखते एवं उसके शिकार लोगों की जानकारी देते हैं उनके साथ बेहतर भागीदारी स्थापित करने के लिए एक टीम की नियुक्त की है।

उन्होंने कहा, "सरकार द्वारा अपमानित किए जाने के लिए अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए" उनका काम विधवाओं, अनाथों, ड्रग्स के खिलाफ संघर्ष के पीड़ितों के परिवारों के साथ मुलाकात करना है जो दिल दहला देने वाली है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन को खतरा है लेकिन मैं अपनी अंतरात्मा में जानता हूं कि मैं जो कर रहा हूं वह सही है।"

धर्माध्यक्ष ने कहा कि जो लोग नशापान के आदि हो जाते हैं वे भी मानव प्राणी हैं और उस लत के कारण बीमार हैं जिन्हें पुनर्वास की आवश्यकता है न कि मार डाले जाने की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने अवैध नशीली पदार्थों के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की है तो उन्हें पहले शराब की दुकानों में जाना चाहिए।

धर्माध्यक्ष को दुःख है कि कितने लोग इसके कारण हर रोज मारे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने इस परिस्थिति का हिसाब रखना शुरू किया है तब से करीब 1000 लोग मारे जा चुके हैं।

कलीसिया द्वारा पुनर्वास कार्यक्रम
धर्माध्यक्ष डेविड ने कहा कि उन्होंने पुनर्वास कार्यक्रम शुरू किया है अतः उन्होंने कहा कि सरकार को उनके साथ किसी तरह से नराज नहीं होना चाहिए क्योंकि वे वास्तव में सरकार की ही मदद कर रहे हैं।

उन्होंने बतलाया कि कालूकान के स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर उन्होंने पुनर्वास कार्यक्रम शुरू किया है जिसमें परिवार, समुदाय और व्यक्ति शामिल हैं।

उन्होंने कहा, "मैंने अपनी पल्लियों को पुनर्वास कार्यक्रम के लिए खोल दिया है और मानता हूँ कि यह जीवन बचाने का एक रास्ता है।"

धर्मप्रांत में इस समय पाँच विभिन्न पल्लियों में करीब 300 लोग पुनर्वास केंद्रों में रह रहे हैं।

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