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जलवायु परिवर्तन संपूर्ण सृष्टि के लिए अहम मुद्दा
विज्ञान के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी द्वारा आयोजित सतत् विकास लक्ष्यों पर एक चर्चा में, पोप फ्रांसिस ने जलवायु परिवर्तन को मानवता और संपूर्ण सृष्टि के लिए बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा बताया।
संत पापा फ्राँसिस ने वित्त मंत्रियों से कहा कि उन्हें जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए उनकी सरकारों ने जिन लक्ष्यों को अपनाया है, उन्हें प्राप्त करने के लिए काम करने की जिम्मेदारी है।
विज्ञान के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी द्वारा आयोजित सतत् विकास लक्ष्यों पर एक चर्चा में, पोप फ्रांसिस ने जलवायु परिवर्तन को मानवता और संपूर्ण सृष्टि के लिए बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा बताया।
चर्चा ने विभिन्न देशों के वित्त मंत्रियों को, "जलवायु परिवर्तन और विज्ञान, इंजीनियरिंग और नीति के नए साक्ष्य" विषय पर चिंतन करने हेतु एक साथ लाया है।
व्यक्ति से अधिक लाभ को महत्व
संत पापा ने कहा, "हम एक ऐसे समय में जी रहे हैं जब लाभ और हानि को जीवन और मृत्यु से अधिक महत्व दिया जाता है और किसी कम्पनी को मानव परिवार से अधिक वरीयता दी जाती है।" दूसरी ओर, आज की वैश्विक निर्भरता हमें एक आम योजना के साथ, एक दुनिया के बारे में सोचने के लिए मजबूर करती है।” संत पापा ने वित्त मंत्रियों का आह्वान किया कि वे उस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए कार्य करें, जिसको संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्यों और पेरिस जलवायु समझौता कोप 21 में सरकारों ने सहमति दिखलायी थी।
अच्छे संकेत नहीं
संत पापा ने इस मामले की वर्तमान स्थिति के बारे में कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "आज अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं।" उन्होंने ऊर्जा में निवेश में गिरावट और वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की वृद्धि की ओर इशारा किया। प्रमुख जलवायु विशेषज्ञों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, "उनका संदेश स्पष्ट और आग्रहपूर्ण था। हमें निर्णायक रूप से ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए मध्य-शताब्दी के अंत तक इसे पूरी तरह से लागू करने की आवश्यकता है।"
संत पापा फ्रांसिस ने कई विशिष्ट लक्ष्यों को अपनाने हेतु मंत्रियों को निमंत्रण दिया कि-
- वे महत्वपूर्ण चीजों को महत्व दें न कि फ़ालतू चीजों को।
- हमारे राष्ट्रीय खातों और हमारे व्यावसायिक खातों को सही करें, ताकि हमारे ग्रह को नष्ट करने वाली गतिविधियों को रोका जा सके।
- जीवाश्म ईंधन पर वैश्विक निर्भरता को समाप्त करें।
- स्वच्छ और सुरक्षित ऊर्जा का एक नया अध्याय खोला जाए, जिसके द्वारा हवा, सूरज और पानी जैसे अक्षय संसाधनों को फिर से शुद्ध किया जा सके।
इन सबसे ऊपर, उन्होंने उन्हें अर्थव्यवस्थाओं में विवेकपूर्ण और जिम्मेदारी से काम करने हेतु निमंत्रण दिया, जिससे कि मानव की जरूरतों को पूरा करने, मानवीय गरिमा को बढ़ावा देने, गरीबों की मदद करने और दुःख उत्पन्न करने वाले धन के देवता से मुक्ति पाने में सहायता मिल सके।
ठोस कार्रवाई का इंतजार
संत पापा ने कहा, "सब कुछ से पहले, हमें जीवन के महत्व, मानव प्रतिष्ठा एवं मानव सुरक्षा को ध्यान देना चाहिए।" उन्होंने कहा कि उनकी प्रार्थनामय उम्मीद है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था के कारिंदों के रूप में वे एक आम योजना पर सहमत हों जो जलवायु विज्ञान, स्वच्छ ऊर्जा, इंजीनियरिंग में नवीनतम और मानव गरिमा की सभी नैतिकता से ऊपर है।
पोप फ्रांसिस ने वित्त मंत्रियों से कहा, “समय का सार है। हम सभी मानवता के लिए आपकी निर्णायक कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”
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