उत्तर कोरिया में सूखे की समस्या

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तर कोरिया का कहना है कि लगभग 40 वर्षों में वह सबसे बड़े सूखे की मार झेल रहा है।

आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि इस साल के पहले पांच महीनों में पूरे देश में औसतन 54.4 मिलीमीटर बारिश हुई है।

इस महीने में संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसियों ने एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा कि इस सूखे के बाद जब देश में एक दशक में सबसे खराब फसल का अनुभव हुआ है। इससे उठने वाली चेतावनी से उत्तर कोरिया में लगभग 10 मिलियन लोगों को "खाद्य सहायता की तत्काल आवश्यकता" है।

वाटिकन न्यूज से बातें करते हुए रेड क्रोस, अंतरराष्ट्रीय संघ के प्रवक्ता मैथ्यू कोक्रेन ने कहा कि देश के लोग जो अनुभव कर रहे हैं वह "शुरुआती मौसम का सूखा" है।

शुरुआती मौसम का सूखा
उन्होंने कहा, "वे इसे शुरुआती मौसम का सूखा कह रहे हैं क्योंकि यह रबी फसल को प्रभावित कर रहा है। सर्दियों के दौरान और अब बसंत एवं इस फसल में बारिश की कमी है, हालांकि यह साल के अंत में आने वाली मुख्य फसल से छोटी है, जो पिछले साल की मुख्य फसल के अंत और शुरुआत के बीच की खाई को पाटने के लिए महत्वपूर्ण है।"

सबसे कमजोर लोगों की मदद
उन्होंने कहा कि उनके सहयोगियों से चेतावनी मिल रही है कि जो लोग कमजोर हैं वे अधिक प्रभावित होंगे, खासकर, छोटे बच्चे एवं उनकी माताएँ, माताएँ जो दूध पिला रही हैं, बुजुुर्ग और जो बीमार हैं।

कोक्रेन ने इस बात को रेखांकित किया कि समस्त आबादी के 40 प्रतिशत लोगों को भोजन आपूर्ति की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस सूखे की स्थिति को कम करने के लिए "पूरे समाज को प्रत्युत्तर" देना होगा।

रेड क्रॉस के लिए, मीडिया प्रवक्ता ने कहा, कि जो सबसे कमजोर हैं, उन्हीं पर यह अधिक ध्यान दे रहा है। "हम छोटे बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करते हैं क्योंकि उनमें अधिक झटके झेलने की क्षमता नहीं होती।"

कोक्रेन ने कहा कि संघ ने पहले ही धन जारी कर दिया था जो लगभग 22 हजार लोगों की मदद करने हेतु उपयोग किया जाएगा।

दीर्घकालीन परियोजनाएँ
उन्होंने यह भी कहा कि वे दीर्घकालीन परियोजनाओं की ओर भी ध्यान दे रहे हैं जैसे कि पानी पम्प परिनियोजन, ताकि लोग वर्षा के अभाव में अपने फसलों को सींच सकें। उन्होंने बतलाया कि वे अधिकतर परियोजनाओं को घर के आस-पास रखना चाहते हैं जिससे कि परिवार अपने लिए सब्जी उगा सकें और हरी सब्जियाँ प्राप्त कर सकें। भविष्यवाणी की जा रही है कि सूखा मई के अंत तक रहेगा।

फरवरी माह में संयुक्त राष्ट्र के लिए उत्तर कोरिया के राजदूत किम सोंग ने खाद्य आपूर्ति की विशेष अपील जारी की थी।

विदित हो कि देश भोजन की कमी से अनजान नहीं है। 1990 के दशक के मध्य में इसने एक भयंकर अकाल का सामना किया था, जिसके बारे में अनुमान है कि इसमें हज़ारों लोग मार गए थे।

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