माता बेर्नादेत्त एवं सहयोगियों के पवित्र अवशेष की घर वापसी की रजत जयन्ती मनाई गई

संत अन्ना की पुत्रियों के धर्मसंघ राँची ने स्थानीय कलीसिया के साथ मिलकर अपनी संस्थापिका ईश सेविका माता मेरी बेर्नादेत्त प्रसाद किस्पोट्टा एवं उनकी तीनों सहयोगियों के पवित्र अवशेष की घर वापसी की रजत जयन्ती मनायी। संत अन्ना की पुत्रियों के लिए यह एक ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय दिन था।आदिवासियों का विश्वास है कि पूर्वजों के अवशेष की घर वापसी के द्वारा उनकी आत्मा अपने लोगों के बीच होती तथा दैनिक कार्यों में उनकी मदद करती है।इस अवसर पर राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो येसु समाजी ने राँची स्थित संत अन्ना के मूलमठ में समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित किया और ईश सेविका माता मेरी बेर्नादेत एवं धर्मसंघ की प्रथम समुदाय की धर्मबहनों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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