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पोप ने सि. स्मेरिल्ली को समग्र मानव विकास परिषद का सचिव नियुक्त किया।
संत पिता फ्राँसिस ने सिस्टर अलेसांद्रा स्मेरिल्ली एफएमसी को समग्र मानव विकास हेतु गठित परमधर्मपीठीय परिषद की अंतरिम सचिव एवं वाटिकन कोविड-19 आयोग की प्रतिनिधि नियुक्त किया। इताली धर्मबहन मार्च 2021 से परिषद की उप-सचिव के रूप में अपनी सेवा दे रही थीं। वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि संत पिता फ्राँसिस ने "आदेश दिया है कि वाटिकन कोविड -19 आयोग की प्रबंधन टीम की रचना की जाए", जिसमें कार्डिनल पीटर टर्कसन, परिषद के अध्यक्ष और सिस्टर अलेसांद्रा स्मेरिल्ली, एवं फादर फैबियो बैगियो, शरणार्थी एवं प्रवासी विभाग की उप सचिव होंगे।
इटली के वास्तो शहर में 1974 में जन्मी सिस्टर स्मेरिल्ली मार्च 2021 से परिषद में उपसचिव के रूप में कार्यरत थीं, साथ ही साथ, वाटिकन कोविड-19 आयोग की आर्थिक कार्यबल की संयोजिका थीं। सचिव के रूप में उन्होंने मोनसिन्योर ब्रूनो मारिया डूफे का स्थान लिया है जिन्होंने जुलाई में परिषद को छोड़ दिया तथा कार्यबल के प्रतिनिधि के रूप में फादर अगोस्तिनो जम्पिनी का स्थान ग्रहण किया है। फादर जम्पिनी भी परिषद से निकलकर अब अर्जेंटीना स्थित अपने धर्मप्रांत लौट गये हैं।
सिस्टर स्मेरिल्ली ने कहा, "मैं संत पिता के प्रति कृतज्ञ हूँ जिन्होंने मुझे चुनौतीपूर्ण कार्यभार लेने के लिए बुलाया और मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि वे मुझे इस पद की गरिमा को, कलीसिया के प्रति आज्ञाकारी, दीनता, धैर्य, रचनात्मकता और आवश्यकता पर सुन पाने की भावना से बनाये रखने में मदद दे। मेरी अभिलाषा एवं समर्पण यही है कि पोप इसे जितना योग्य समझते है कलीसिया के मिशन की सेवा पूरी शक्ति से करना। अधिकारियों को धन्यवाद देने के बाद सिस्टर स्मेरिल्ली ने कहा कि उन्होंने पूरे परिषद में एकता और सहयोग का अनुभव किया है। फादर अगोस्तिनो जम्पिनी के वक्तव्य को भी परिषद के वेबसाईट पर पोस्ट किया गया है।
उन्होंने कहा है, "मैं संत पिता फ्राँसिस के प्रति कृतज्ञ हूँ जिन्होंने मुझे वाटिकन कोविड-19 आयोग के चुनौतीपूर्ण कार्य को संचालित करने एवं परिषद के उप-सचिव के रूप में सेवा देने हेतु मुझपर भरोसा रखा। अब चूँकि आयोग एक नये पहलू में प्रवेश करने वाला है मैंने अपने धर्माध्यक्ष की मध्यस्थता द्वारा संत पापा फ्राँसिस से अपने धर्मप्रांत लौटने की अनुमति मांगी है। मैं दृढ़ विश्वास करता हूँ कि सिस्टर स्मेरिल्ली की अगुवाई में आयोग इस कठिन परिस्थिति में लोगों एवं ग्रह की चंगाई की यात्रा को आगे बढ़ायेगा।"
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