आगमन का पहला रविवार मनाया गया।

“आज से हमें ख्रीस्त के आगमन की तैयारी करनी है। यानि कि हमें सबसे पहले अपने मन को तैयार करना है। बीते समय में किये गये गलत कार्यों पर पश्चाताप करना है। जिससे हम स्वच्छ हृदय से बालक येसु का स्वागत कर सकें। जैसे कोरोना काल में हमें सावधान रहना है वैसे ही व्यक्तिगत जीवन में हमें शैतान और उसके कार्यों को अस्वीकार करना है।“ उपरोक्त बातें रेड चर्च में अपने प्रवचन में फादर सुरेश सोनवने ने कही।
अवसर था 29.11.2020 आगमन का पहला रविवार जो की विश्वव्यापी कैथोलिक कलीसिया के साथ-साथ इन्दौर के 09 कैथोलिक गिरजाघरों में मनाया गया। आज से पूरा कैथोलिक समाज आध्यात्मिक तैयारी में जुट जाएगा। इस वर्ष बहुत छोटे पैमाने पर सांसारिक तैयारी की जाएगी। आशा की प्रतिक बैंगनी रंग की मोमबत्ती जलाकर आगमन काल की शुरुआत की गई। 

 

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