क्रूस रास्ता धर्मविधि प्रार्थना पादुआ में कैदियों द्वारा तैयार

कोलोसियम में क्रूस रास्ता धर्मविधि

संत पापा फ्राँसिस ने घोषणा की कि इस साल पवित्र शुक्रवार को कोलोसियम में क्रूस रास्ता धर्मविधि के लिए मनन चिंतन और प्रार्थना इतालवी न्याय विभाग के सदस्यों और कैदियों द्वारा लिखी गई है।संत पापा फ्राँसिस ने इटली के वेनेतो प्रांत के लोगों को लिखे पत्र में बताया कि इस वर्ष पवित्र शुक्रवार को कोलोसियम में पवित्र क्रूस रास्ता धर्मविधि के लिए मनन चिंतन और प्रार्थना इतालवी न्याय विभाग के सदस्यों और पादुआ के "दूवे पालाजी" कारावास के कैदियों द्वारा लिखी गई है।संत पापा चाहते थे कि इस वर्ष पवित्र क्रूस रास्ता धर्मविधि के लिए मनन चिंतन और प्रार्थना तैयार करने में जेलों की दुनिया के "विभिन्न लोगों" का योगदान रहे। इसे ध्यान में रखते हुए, कैदी, गार्ड, स्वयंसेवक, कैदियों के परिवार वाले, न्यायाधीश, शिक्षक, कलीसिया के सदस्य और अनुचित तरीके से आरोपी निर्दोष लोगों ने तैयार किया है।”जेल, "स्थितियों का एक बहुरूपदर्शक" है, जहां अनेक परिस्थितियों को एक ही नजरिये से देखने का जोखिम बना रहता है। "एक व्यक्ति का पुनरुत्थान कभी एक व्यक्ति का काम नहीं है, लेकिन एक साथ काम करने वाले समुदाय का है।"संत पापा ने कहा कि जब मैंने तैयार मनन चिंतन को पढ़ा, तो यह मेरे हृदय को छू गया। "मुझे लगा कि इस कहानी में मैं भी संयुक्त हूँ। मुझे एक भाई की तरह महसूस हुआ जिसने गलतियाँ कीं और उन लोगों की तरह जो चढ़ाई शुरू करने के लिए उनके साथ खड़े हैं।"उन्होंने कहा कि दया और न्याय के बीच संतुलन बनाना आसान नहीं है, लेकिन जब उस संतुलन को हासिल किया जाता है, तो समाज के सभी लोग इससे लाभान्वित होते हैं। संत पापा फ्राँसिस ने तब "जेल के अधिकारियों" का शुक्रिया अदा किया जो सुधार के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।अंत में संत पापा ने कहा, "ईश्वर उन भले लोगों को आशीर्वाद देते हैं जो कोमलता के साथ उदासीनता को चुनौती देते हैं।"

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