Radio Veritas Asia Buick St., Fairview Park, Queszon City, Metro Manila. 1106 Philippines | + 632 9390011-15 | +6329390011-15
हम मसीह के आदेश का पालन करते हैं, महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स
राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो येसु समाजी ने , राँची के निकट उलिहातू में संत अन्ना अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया।
"हमारे प्रभु मसीह ने हमें आज्ञा दी है कि हम ईश्वर से प्रेम करें और पड़ोसियों से प्रेम करें।" उक्त बात राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो येसु समाजी ने, राँची के निकट उलिहातू में संत अन्ना अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करने के दौरान कही।संत अन्ना अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन राँची के माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने की।
सरकार को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन
महाधर्माध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उनके प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद दिया, साथ ही सरकार को अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने मिशन कार्यों कि ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, "जैसा कि आप सभी जानते हैं हम शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में और समाज सेवा के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं एवं आपके (सरकार) के सारे कामों में सहयोग देना चाहते हैं।"महामान्यवर ने अस्पताल की स्थापना करने के लिए धर्मबहनों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "ये न केवल उनके धर्मसमाज के लिए बल्कि हमारी कलीसिया के लिए भी एक गौरवमय घटना है क्योंकि इसके माध्यम से वे हमारी कलीसिया के चेहरे को प्रदर्शित कर रही हैं और बहुतों की सेवा करेंगी।"
धर्मपरिवर्तन की गलतफहमी
राँची के महाधर्माध्यक्ष ने धर्मांतरण के मुद्दे को गलतफहमी बतलाया। उन्होंने कहा, "बहुत सारे लोगों में गलतफहमी है, गलतफहमी फैलायी जाती है कि मसीह लोग जो भी काम करते हैं, धर्मपरिवर्तन के लिए करते हैं।" उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है। बात ऐसी है कि हमारे प्रभु मसीह ने हमें आज्ञा दी है कि ईश्वर को प्रेम करो, पड़ोसियों को प्रेम करो और सबसे अधिक जो दीन हैं, दुःखी हैं उनकी सेवा करो, उनको सांत्वना दो, उनको प्यार दो। अगर वे भूखे हैं तो भोजन दो और नंगे हैं तो कपड़े दो। अगर उनके लिए रहने की जगह नहीं है तो जगह दो, जो जेल में हैं उनसे मिलने जाओ। ये हमारे प्रभु की बहुत बड़ी शिक्षा है और इस शिक्षा का पालन करते हुए हम जितने भी पुरोहित एवं धर्मबहनें हैं हमने देहात में स्कूल आदि शुरू किया है तथा वहाँ काम कर रहे हैं।"
Add new comment