बंगलादेश में 35वाँ राष्ट्रीय युवा दिवस, जीवन ईश्वर का दान

बंगलादेश के युवा

बंगलादेश में 35वें राष्ट्रीय युवा दिवस में करीब 400 युवाओं ने भाग लिया। राजशाही के एक विद्यार्थी ने कहा कि उसे समझ में आ गया है कि उसका "जीवन ईश्वर का एक वरदान है। यह अपनी नहीं बल्कि दूसरों की सेवा के लिए है।"बंगलादेश में आयोजित 35वें राष्ट्रीय युवा दिवस में करीब 400 युवाओं ने भाग लिया। युवा दिवस 15-18 जनवरी को चाट्टोग्राम धर्मप्रांत के डियांग स्थित मरियम आश्रम में सम्पन्न हुआ।इसकी विषयवस्तु थी, ''युवक! मैं तुम से कहता हूँ, उठो''। (लूक. 7:14)राष्ट्रीय युवा दिवस की प्रतिभागी, राजशाही धर्मप्रांत की 21 वर्षीय मलिशा अन्ना गोमेस ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि उसने महसूस किया कि उसका जीवन ईश्वर का दान है जो कलीसिया एवं बंगलादेश के समाज की सेवा के लिए है।मलिशा ने कहा, "यह भूमिका हमारे लिए सही है। मैं सोचती हूँ कि येसु ख्रीस्त आज के युवाओं को उठने का निमंत्रण देते हैं। हम दुनियादारी की चीजों पर बहुत अधिक ध्यान देते हैं। हम प्रार्थना नहीं करते, माता-पिता और मित्रों के साथ समय व्यतीत नहीं करते हैं। हमारी अंतरात्मा को जागाना है। मैं व्यवस्थापकों के प्रति आभारी हूँ जिन्होंने मुझे इसे समझने में मदद की है।"जागृत महसूस करनेवालों में मलिशा अकेली नहीं है। दिनाजपुर धर्मप्रांत के विश्वाविद्यालय के छात्र रूमोन तिरकी ने सभा में भाग लेकर अपने आपको एक नवीन व्यक्ति के रूप में महसूस किया।उसने कहा, "मैंने विवाह और समर्पित जीवन, बाईबिल एवं ख्रीस्तीय विश्वास के बारे कई चीजों को सीखा। वक्ताओं ने हमें कलीसिया में अधिक सक्रिय होने का प्रोत्साहन दिया। उन्होंने हमें ख्रीस्तीय समुदाय का हिस्सा महसूस कराया। अब हमारा कर्तव्य है कि हम ईश्वर की प्रजा के रूप में कलीसिया के लिए अपना बेहतर योगदान दें।"चिट्टागोंग के विश्वाविद्यालय के वाईस रेक्टर शिरीन अख्तार जो मुख्य अतिथि थे उन्होंने अपना अनुभव बतलाते हुए कहा, "मैं इसके आयोजन से सचमुच प्रभावित हुआ। युवा ख्रीस्तीय बहुत कुछ सीख सकते हैं।"उन्होंने कहा, "बंगलादेश में ख्रीस्तीय समुदाय छोटा है किन्तु अपना महान योगदान दे रहा है। मैं ख्रीस्तीय युवाओं को बतलाना चाहता हूँ कि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर बढ़ें। यदि वे प्रशासन के उच्च पदों तक पहुँचना चाहते हैं तब वे अध्ययन द्वारा अपने आपको तैयार करें।"बंगलादेश के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के युवा आयोग के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष लौरेंस सुब्रातो हावलेडर ने कहा कि इस दृष्टिकोण से युवा जागना चाहते हैं सोना नहीं। वे नई मित्रता का आनन्द लेना चाहते हैं किन्तु वे बुजूर्गों के साथ बेहतरीन कार्य भी कर सकते हैं। मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि वे सेवा करने के लिए तैयार रहें। वे ही कलीसिया के वर्तमान एवं भविष्य हैं।ईसीवाई के सचिव ब्रादर उज्जाल ने सभा के बारे बतलाते हुए कहा, "हमने उन्हें काथलिक कलीसिया के महत्व एवं बाईबिल के बारे सिखाया। सभा एक उत्सव और एक तीर्थयात्रा थी। जिसमें युवा देशभर से भाग लेने हेतु एकत्रित हुए थे। उन्होंने प्रार्थना की, एक साथ नाचा और गाया, ईश्वर से बातें भी कीं। हमें उम्मीद है कि इस साल का यह आयोजन उनके लिए फलप्रद होगा।"

Add new comment

2 + 8 =