कार्डिनल बेच्चू : कार्लो अकुतिस का जीवन येसु के लिए समर्पित

ईश सेवक कार्लो अकुतिस धन्य घोषित किये जायेंगे ईश सेवक कार्लो अकुतिस धन्य घोषित किये जायेंगे

संत प्रकरण परिषद के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल अंजेलो बेचू ने लंदन में जन्मे किशोर कार्लो अकुतिस की धन्य घोषणा के स्थगन के बारे बतलाया है और उनके बारे कहा है कि वे इंटरनेट पर काम करने तथा येसु एवं कलीसिया से प्रेम करने में अत्यन्त जोशीले थे।

 कार्डिनल बेचू ने वाटिकन न्यूज को बतलाया कि कई लोग यूखरिस्त के प्रेम से कम्प्यूटर प्रतिभाशाली, कार्लो अकुतिस की धन्य घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे किन्तु कोरोना वायरस महामारी के कारण धन्य घोषणा की तिथि अक्टूबर को निश्चित की गई है।  

कार्डिनल ने कहा कि धन्य घोषणा की तिथि निश्चित कर दी गई थी किन्तु असीसी के धर्माध्यक्षों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद इसे 10 अक्टूबर को रखा गया है।

उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि उस समय अधिक लोग समारोह में भाग ले पायेंगे और दूसरी बात है कि यह उनकी पुण्य तिथि के ठीक दो दिन पहले होगा क्योंकि उनका निधन 12 अक्टूबर 2006 को हुआ था। अतः हम इस तिथि पर सहमत हुए। आशा है कि लोग इसमें भाग ले पायेंगे अन्यथा समारोह में सीधे प्रसारण के माध्यम से ही भाग लेंगे।"

कार्लो अकुतिस का जन्म 3 मई 1991 को इताली माता-पिता से हुआ था। बचपन में ही अपने माता-पिता के साथ वे मिलान आ गये थे, वहीं 15 साल की उम्र में वे बीमार पड़े एवं उनका निधन हो गया था। कार्लो अकुतिस की धन्य घोषणा, उनकी मध्यस्थता द्वारा ब्राजील के एक लड़के की बीमारी से चंगाई के बाद इटली के असीसी में 10 अक्टूबर को होगी।

विश्वास के आदर्श
कार्डिनल बेच्चू ने कार्लो अकुतिस के बारे कहा कि उनका अनुकरणीय विश्वास युवाओं और हम सभी के लिए एक उदाहरण है। "वह एक छोटा लड़का था तभी उसे यूखरिस्त से प्यार हो गया था और वह माता मरियम के प्रति भी भक्ति रखता था।" कार्डिनल ने कहा कि उन्होंने अपनी क्षमता को विश्वास के प्रचार में प्रयोग किया। उन्होंने विश्वास की विषयवस्तु पर एक कम्प्यूटर प्रोजेक्ट तैयार किया था। यूखरिस्त के चमत्कारों का एक वेबसाईट बनाया था। इस प्रकार उसने अपने विश्वास को पूर्णता के साथ जीया।  

कार्डिनल ने कहा कि इस युवक के शब्द भी प्रभावशाली हैं। वे कहा करते थे, "मैं अपने सभी दुःखों को प्रभु के लिए, संत पापा एवं कलीसिया के लिए अर्पित करना चाहता हूँ। मैं शोधकाग्नि में जाना नहीं चाहता, मैं सीधे स्वर्ग जाना चाहता हूँ। 15 साल के एक किशोर की ये बातें हमें प्रेरित करती हैं और मैं सोचता हूँ कि यह सभी को प्रोत्साहित करता है कि विश्वास के साथ मजाक नहीं करना, बल्कि उसे गंभीरता से लेना है।  

प्रभु के लिए उत्साह
वाटिकन न्यूज से बातें करते हुए कार्लो अकुतिस की माँ अंतोनिया सालजानो ने बताया कि उसे कम्प्यूटर प्रतिभावान माना जाता था क्योंकि वह लघुगणक जानता था, वह प्रोग्राम बनाने भी जानता था तथा इन विषयों पर विश्वविद्यालय के पाठों को पढ़ना भी जानता था। किन्तु उसने क्या किया? इन माध्यमों को उसने चैट अथवा मनोरंजन या उस तरह की किसी चीज में प्रयोग नहीं किया। प्रभु के लिए उनके उत्साह एवं येसु का ज्ञान प्राप्त करने के लिए उनके प्रेम ने उन्हें अपनी क्षमता का प्रयोग यूखरिस्त के चमत्कार को लेकर एक वेबसाईट बनाने के लिए प्रेरित किया और इसके लिए उसने विश्व के विभिन्न देशों का भ्रमण किया। उनकी मां ने कहा कि कार्लो ठीक से जानता था कि यूखरिस्त में येसु सचमुच उपस्थित हैं किन्तु महसूस किया कि लोगों को उनके नजदीक आने के लिए मदद की जरूरत है, विशेषकर, संस्कार के महत्व को समझने के लिए।  

Add new comment

2 + 17 =