संत पापा ने लीबया में शांति के लिए अपील की

लीबया के अप्रवासी लीबया के अप्रवासी

देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने बड़े लीबया की संकटपूर्ण स्थिति की याद की तथा देश में शांति, स्थिरता और एकता की ओर अग्रसर होने के लिए दृढ़ विश्वास और हिंसा की समाप्ति की राह की तलाश करने की अपील की।

उन्होंने कहा, "मैं बड़े भय एवं दुःख के साथ लीबया में संकट की स्थिति की याद करता हूँ। इन दिनों मैंने इसके लिए प्रार्थना की है। मैं अंतरराष्ट्रीय ईकाइयों एवं जिन्हें राजनीतिक एवं सैन्य जिम्मेदारी है उनसे देश में शांति, स्थिरता और एकता की ओर अग्रसर होने के लिए दृढ़ विश्वास के साथ और हिंसा की समाप्ति की राह की तलाश करने की अपील करता हूँ। मैं उन हजारों आप्रवासियों, शरणार्थियों, शरण चाहनेवालों तथा लीबया में शरण खोजने वालों के लिए भी प्रार्थना करता हूँ। वे अपने को ऐसी स्थिति में पाते हैं जहाँ की स्वास्थ्य हालात पहले से बिगड़ी हुई है जो उन्हें अधिक कमजोर एवं शोषण तथा हिंसा की शिकार बनती है। वहाँ क्रूरता है।"

संत पापा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह उनके दुःखों को समझे, उनके लिए रास्ता खोजे एवं उनकी सुरक्षा, सम्मानपूर्ण स्थिति एवं आशामय भविष्य का इंतजाम करे। संत पापा ने कहा कि हम सभी इसके लिए जिम्मेदार हैं। कोई भी इस जिम्मेदारी से अपने आपको मुक्त नहीं कर सकता। इसके बाद संत पापा ने लीबया के लिए मौन प्रार्थना का आह्वान किया।

विश्व रक्तदाता दिवस
तत्पश्चात् संत पापा ने विश्व रक्तदाता दिवस की याद दिलायी। उन्होंने कहा, "आज विश्व रक्तदाता दिवस है। यह समाज को एकात्मक एवं आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील होने के लिए प्रोत्साहन देने का अवसर है।" संत पापा ने रक्तदाताओं का अभिवादन किया तथा उन सभी की सराहना की जो रक्तदान के साधारण किन्तु महत्वपूर्ण कार्य को सम्पन्न करते हैं।

अंत में, उन्होंने रोम के विश्वासियों एवं तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया तथा संचार माध्यमों से जुड़े सभी लोगों के लिए शुभ रविवार की कामना की एवं अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए विश्वासियों से विदा लिया।

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