शुमान घोषणा की 70 वीं वर्षगांठ पर संदेश

मैडरिड के सिटी हॉल के बाहर यूरोपीय संघ का झंडामैडरिड के सिटी हॉल के बाहर यूरोपीय संघ का झंडा

फ्रांसीसी विदेश मंत्री, रॉबर्ट शुमान द्वारा 9 मई 1950 को प्रस्तुत शुमान घोषणा की आज 70 वीं वर्षगांठ है। इस अवसर पर संत पापा फ्राँसिस ने ट्वीट कर यूरोपीय संघ को सहयोग की भावना के साथ इस महामारी के सामाजिक और आर्थिक परिणामों का सामना करने हेतु प्रेरित किया।

संत पापा का ट्वीट
संत पापा ने ट्वीट में लिखा, ʺशुमान घोषणा की 70 वीं वर्षगांठ पर, मुझे उम्मीद है कि यह यूरोपीय संघ के जिम्मेदार लोगों को प्रेरित करना जारी रखेगा। उन्हें सद्भाव और सहयोग की भावना में इस कोरोना महामारी के सामाजिक और आर्थिक परिणामों का सामना करने हेतु आह्वान किया जाता है।ʺ

सीओएमइसीइ अध्यक्ष का संदेश
यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के आयोग (सीओएमइसीइ) के अध्यक्ष कार्डिनल जीन-क्लाउड होलेरिक ने यूरोप दिवस पर, यूरोपीय संघ के नेताओं से एकजुट होकर, दुनिया भर में कोविद-19 महामारी में जरूरतमंद लोगों की मदद करने का आग्रह किया।

कार्डिनल होलेरिक ने कहा कि यूरोपीय लोगों को अपने संस्थापकों और ख्रीस्तीय जड़ों को पुनः देखने की जरुरत है। राष्ट्रों को विभाजित करने वाली आशंकाओं को दूर करने के लिए अब एकजुटता और भाईचारे की भावना से जीने की जरूरत है।

शूमान घोषणा
द्वितीय विश्व युद्ध की भयावहता के बाद यूरोप में शांति कायम करने के उद्देश्य से, शूमान घोषणा ने यूरोपीय देशों के बीच दो प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों के बीच सहयोग करने का प्रस्ताव दिया। इस सहयोग के लिए एक संस्थागत ढांचे के रूप में, शूमान घोषणा ने यूरोप अंतर्राष्ट्रीय संगठन के पहले, यूरोपीय कोयला और इस्पात समुदाय (इसीएससी) के निर्माण का प्रस्ताव रखा। फ्रांसीसी विदेश मंत्री, रॉबर्ट शुमान द्वारा 9 मई 1950 को घोषणा प्रस्तुत किया गया। 1952 में स्थापित, इसीएससी ने आज के यूरोपीय संघ (इयू) की नींव रखी। इसलिए शुमान घोषणा को यूरोपीय संघ के संस्थापक अधिनियम के रूप में देखा जाता है।

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