इंदौर में 106 स्वस्थ, दो डॉक्टर संक्रमित; नर्सिंग होम सील, मरीज शिफ्ट

सोमवार को परिवार के 7 सदस्यों के साथ 6 माह की अश्मायरा भी डिस्चार्ज हुई।सोमवार को परिवार के 7 सदस्यों के साथ 6 माह की अश्मायरा भी डिस्चार्ज हुई।

शहर में कोविड-19 अस्पतालों से सोमवार को कुल 106 मरीज स्वस्थ होकर घर रवाना हुए। इनमें इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से 48, अरबिंदो से 47, चोइथराम अस्पताल से 3 और वाटर लिली से 8 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। उधर, जिला प्रशासन की टीम ने राजबाड़ा स्थित अर्पण नर्सिंग होम को सील कर दिया। यहां के दो डॉक्टर्स पॉजिटिव आने के बाद ताबड़तोड़ प्रशासन की टीम पहुंची और मरीजों को शिफ्ट किया गया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें होम-क्वारेंटाइन किया गया। भर्ती मरीजों व उनके परिजनों और स्टाफ की जांच की जानी है। बीते 15 दिनों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जानी है।
रावजी बाजार थाने के तीन सिपाही पॉजिटिव  

संक्रमित जोन में आ चुके रावजी बाजार थाने के तीन सिपाही कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। उन्हें सोमवार को तत्काल चोइथराम अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसके बाद उनसे संपर्क में आए 6 पुलिसकर्मियों को क्वारेंटाइन किया गया है। निगम द्वारा अन्य विभागों के साथ किए जा रहे सर्वे में अब तक 27.51 लाख लोगों का सर्वे पूरा हो चुका है। इसमें 8228 लोग हाईरिस्क पर निकले हैं। उनका ट्रीटमेंट शुरू किया गया है।

धार : एक दिन में 20 नए कोरोना संक्रमित

धार में साेमवार देर शाम आई रिपाेर्ट में जिले में 20 नए लाेगों में काेराेना संक्रमण की पुष्टि हुई है। धार में पहली बार इतनी संख्या में लोग एक साथ संक्रमित पाए गए हैं। अब यहां पाॅजिटिव मरीजाें की संख्या अब 75 हाे गई है। दाेपहर में जिला अस्पताल पहुंची एक वृद्धा की माैत हाे गई। उसका सैंपल लिया गया था। पुलिस अभिरक्षा में उसे कब्रिस्तान में दफनाया गया।

ग्वालियर: स्क्रीनिंग कर लौटे डॉक्टर को पड़ोसियों ने मल्टी में घुसने से रोका

ग्वालियर में काेराेना संदिग्ध लाेगाें की स्क्रीनिंग के लिए बनी रैपिड स्क्रीनिंग टीम के सदस्य डॉ. रवि गुप्ता काे न िसर्फ उनके फ्लैट में घुसने से रोका गया बल्कि उनसे यहां तक कहा गया कि उनकी वजह से दूसरे लोगों को संक्रमण हो सकता है इसलिए घर खाली कर दो। यह घटना सोमवार सुबह हरिशंकरपुरम स्थित साहिल अपार्टमेंट में हुई। डॉक्टर की शिकायत पर अपार्टमेंट पहुंचीं तहसीलदार शिवानी पांडेय और टीअाई रमेश शाक्य ने पहले तो मल्टी के लोगों को समझाया कि डॉक्टर से उन्हें कोई खतरा नहीं है। इसके बाद भी लोग नहीं माने तो दोनों अधिकारियों ने कहा कि अगर कोई डॉ. गुप्ता को उनके फ्लैट में घुसने से रोकेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद फ्लैट में रहने वाले लोगों ने डॉ. गुप्ता से माफी मांगी। इसके बाद डॉक्टर अपने फ्लैट में गए।

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