संत पापा ने बुलाहट एवं कोविड-19 पीड़ितों के लिए प्रार्थना की

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स्वर्ग की रानी प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने बुलाहट के लिए विश्व प्रार्थना दिवस एवं कोविड-19 से पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना की तथा 14 मई को प्रार्थना करने का आह्वान किया।

स्वर्ग की रानी प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने विभिन्न सूचनाएँ जारी करते हुए कहा," आज बुलाहट के लिए विश्व प्रार्थना दिवस मनाया जाता है। ख्रीस्तियों ने हमेशा और जीवन की हर परिस्थिति में ईश्वर के बुलावे का प्रत्युत्तर दिया है। यह दिन हमें येसु के उस कथन की याद दिलाता है कि ईश्वर के राज्य में बहुत काम है और हमें पिता से प्रार्थना करना है कि वे अपने खेत में मजदूरों को काम करने भेजें। (मती. 9: 37-38) संत पापा ने कहा कि पुरोहिताई एवं समर्पित जीवन के लिए साहस एवं धीरज की जरूरत है और प्रार्थना के बिना कोई भी व्यक्ति इस रास्ते पर आगे नहीं बढ़ सकता। अतः उन्होंने सभी को निमंत्रण दिया कि हम उनके राज्य में अच्छे मजदूरों की कृपा के लिए प्रभु से याचना करें जो प्रेम से अपने हृदय और हाथ दोनों से काम कर सकें।

कोविड-19 से पीड़ित एवं उनकी देखभाल करनेवालों के लिए प्रार्थना
तत्पश्चात् संत पापा ने कोविड-19 से पीड़ित लोगों एवं उनकी देखभाल करनेवालों एवं महामारी का दुष्प्रभाव झेल रहे लोगों के प्रति अपना आध्यात्मिक सामीप्य व्यक्त किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपना समर्थन एवं प्रोत्साहन दिया जो इस महामारी के गंभीर संकटकाल में विभिन्न प्रयासों द्वारा अपना प्रभावशाली एवं आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि वैज्ञानिक क्षमताओं को पारदर्शिता एवं स्वार्थरहित रूप में वैक्सिन और चिकित्सा की खोज एवं आवश्यक प्रौद्योगिकियों की सार्वभौमिक पहुंच की गारंटी देने के लिए, एकजुट किया जाए जो दुनिया के हर हिस्से में प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति को आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने में मदद दे सके।

"मातेर" संगठन
इसके बाद संत पापा ने "मातेर" संगठन की याद की जिसकी स्थापना हिंसा, शोषण एवं उदासीनता के शिकार बच्चों के लिए राष्ट्रीय दिवस को प्रोत्साहन देने हेतु किया गया है। संत पापा ने इस संगठन के व्यवस्थापकों एवं कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन दिया कि वे विभिन्न शैक्षणिक एजेंसियों के साथ अपने निवारक एवं जागृति लाने के कार्यों को जारी रखें। संत पापा ने संगठन के बच्चों को धन्यवाद दिया जिन्होंने उनके लिए सुन्दर सैंकड़ों मारग्रेट फूल बना कर भेजा था।

मई का महीना
संत पापा ने मई महीने की पुनः याद दिलाते हुए कहा, "हमने अभी अभी मई महीने की शुरूआत की है जो माता मरियम को समर्पित है, जब विश्वासी माता मरियम को समर्पित तीर्थस्थलों का भ्रमण करना पसंद करते हैं। इस साल स्वास्थ्य कारणों से हम उन स्थलों पर विश्वास एवं भक्ति पूर्वक, आध्यात्मिक रूप से जायें और हमारी चिंताओं, आकांक्षाओं एवं भविष्य की योजनाओं को माता मरियम के हृदय को समर्पित करें।"

14 मई को प्रार्थना, उपवास और दया के कार्य हेतु प्रोत्साहन
तत्पश्चात् संत पापा ने मानव बंधुत्व के लिए उच्च समिति द्वारा आयोजित प्रार्थना दिवस में भाग लेने का प्रोत्साहन देते हुए कहा, "चूँकि प्रार्थना का एक सार्वभौमिक महत्व है, मैं मानव बंधुत्व के लिए उच्च समिति द्वारा सभी धर्मों के विश्वासियों के लिए 14 मई को प्रार्थना, उपवास, दया के कार्यों एवं कोरोना वायरस महामारी से निपटने हेतु ईश्वर से मानव की सहायता की याचना में, आध्यात्मिक रूप से भाग लेने के प्रस्ताव को स्वीकार करता हूँ।" उन्होंने कहा, "याद रखें, 14 मई को सभी विश्वासी एक साथ, विभिन्न परम्परा के विश्वासी मिलकर प्रार्थना, उपवास और दया के कार्य करें।"

अंत में, उन्होंने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

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