इंदाैर में माैत का आंकड़ा 60 पहुंचा, अब तक सामने आए 1207 संक्रमित मरीज, 123 मरीज ठीक हाेकर घर लाैटे

जवाहर मार्ग और बंबई बाजार में पुलिस का फ्लैग मार्च निकला तो रहवासियों ने कुछ इस अंदाज में स्वागत किया।जवाहर मार्ग और बंबई बाजार में पुलिस का फ्लैग मार्च निकला तो रहवासियों ने कुछ इस अंदाज में स्वागत किया।

रविवार रात शहर में 31 नए पॉजिटिव मरीज आए। तीन लोगों की मौत भी हुई है। संक्रमित मरीजों की 1207 हो गई है, जबकि 60 लोगों की मौत हो चुकी है। जिन तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, उनमें नीलकंठ कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय महिला, जिसकी मौत 25 अप्रैल को हुई। बापू नगर निवासी 65 वर्षीय महिला, जिन्होंने 25 अप्रैल को दम तोड़ा और दानावाली गली निवासी 67 साल की वृद्धा, जिनकी मौत 26 अप्रैल को हुई, शामिल हैं। रविवार रात 298 सैंपल जांच गए, जिनमें से 267 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अब तक कुल 5892 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है। अभी भी 1024 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं, 975 लोग क्वारैंटाइन हाउस में अभी भी रह रहे हैं।
हाईकोर्ट जज शर्मा सहित 40 लोग होम क्वारेंटाइन, कर्मचारी निकला पॉजिटिव
हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के प्रशासनिक जस्टिस सतीशचंद्र शर्मा और उनके परिवार सहित डिप्टी रजिस्ट्रार वीपी सिंह को होम क्वारेंटाइन किया गया है। जस्टिस शर्मा के यहां काम करने वाले कर्मचारी गुलाब शर्मा कोरोना संक्रमित मिले हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर मनीष सिंह व अफसर आवास पहुंचे और क्वारेंटाइन करने की जानकारी दी। जस्टिस शर्मा, उनकी पत्नी व बच्चों को बंगले पर अलग-अलग कमरों में रखा गया है।

बिना लक्षण वाले मरीजों के मूवमेंट से इंदौर के 55 नए इलाकों तक पहुंचा कोरोना
कोरोना मरीजों की संख्या के साथ शहर के कंटेनमेंट एरिया भी बढ़ते जा रहे हैं। तीन दिन में 55 नए इलाके या कॉलोनियों में मरीज मिले हैं, जिससे शहर के लगभग 77 वार्डों में 181 कंटेनमेंट एरिया हो गए हैं। नए इलाकों में रेसीडेंसी एरिया का गेस्ट हाउस, पागनीसपागा, साधु वासवानी नगर, सुदर्शन नगर, जगजीवनराम नगर, नया बसेरा, गणेशधाम, रामानंद नगर, गोयल नगर, कमला नेहरू नगर जैसे इलाके शामिल हैं।

व्यापारी की माैत के बाद भी अब तक नहीं आई रिपोर्ट
खंडवा निवासी व्यापारी दिलीप गोयल की 24 अप्रैल को खंडवा में मौत हो गई। इंदौर में रहने वाले रिश्तेदार ने बताया वे जूते के होल सेल व्यापारी थे। मार्च में व्यापार के सिलसिले में जयपुर गए थे। 29 मार्च को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। अस्पताल में भर्ती करवाया। 7 अप्रैल को इंदौर लाए। यहां बॉम्बे, सीएचएल और सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करने से इनकार कर दिया। फिर गोकुलदास अस्पताल में भर्ती किया। 7 अप्रैल को सैंपल लिया था, जिसकी रिपोर्ट 26 अप्रैल तक नहीं आई। पत्नी अस्पताल में उनकी देखभाल करती थी। रिपोर्ट के लिए अस्पताल रोजाना कॉल करते हैं, लेकिन कहा जाता है 3 से 4 दिन और लगेंगे।

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