महामारी के रोकथाम हेतु 25 मार्च को प्रार्थना करने का आह्वान

प्रतीकात्मक तस्वीरप्रतीकात्मक तस्वीर

संत पापा फ्राँसिस ने कोरोना वायरस की महामारी से पीड़ित लोगों की मदद करने वाले डॉक्टरों एवं पुरोहितों की सराहना करते हुए उनके लिए प्रार्थना की।संत पापा ने 24 मार्च के ट्वीट संदेश में उन डॉक्टरों एवं पुरोहितों की याद की जिनकी मृत्यु रोगियों की सेवा करते हुए हो गई।उन्होंने संदेश में कहा, “इन दिनों कई डॉक्टरों और पुरोहितों की मृत्यु हो गयी। कई नर्स संक्रमित भी हो गये हैं क्योंकि वे रोगियों की सेवा कर रहे हैं। मैं उनके इस साहस के लिए ईश्वर को धन्यवाद देता हूँ। उन्होंने हमारे लिए रोगियों की सेवा करने का आदर्श प्रस्तुत किया है। आइये, हम एक साथ उनके तथा उनके परिवारों को लिए प्रार्थना करें।”

निराशा, उदासी एवं आलस्य हमारे जीवन में जहर
आज के दूसरे ट्वीट संदेश में संत पापा ने निराशा, उदासी एवं आलस्य के रोग से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “आज का सुसमाचार पाठ निराशा, उदासी एवं आलस्य के लकवा रोग के बारे बतलाता है जो जहरीला कुहासा के समान हमारी आत्मा को ढंक लेता और हमें जीने नहीं देता है। पाठ में एक नये जीवन का प्रतीक है जल जिसका प्रयोग येसु बपतिस्मा में हमें नया जीवन देने के लिए करते हैं।”

25 मार्च को एक साथ प्रार्थना का आह्वान
संत पापा ने तीसरे ट्वीट संदेश में महामारी के रोकथाम के लिए 25 मार्च को एक साथ प्रार्थना करने की याद दिलाई, जिसका आह्वान उन्होंने रविवार को किया था। उन्होंने ट्वीट संदेश में लिखा, “आइये, हम एकजुट हों। मैं सभी ख्रीस्तियों को निमंत्रण देता हूँ कि एक साथ अपनी आवाज स्वर्ग की ओर उठायें, कल 25 मार्च को मध्याह्न में एक साथ हे हमारे पिता प्रार्थना का पाठ करें।”

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