शांति और एकता को बढ़ावा देने का माध्यम हैं खेल

न्यूयॉर्क में हॉकी खेल प्रदर्शन, 17.09.2019 (प्रतीकात्मक तस्वीर)

 वाटिकन में शुक्रवार को अन्तरराष्ट्रीय हॉकी संघ के सम्मेलन के प्रतिभागियों ने सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। बर्फ पर खेली जानेवाली हॉकी के सम्मेलन में शामिल प्रबन्धकों एवं खिलाड़ियों को सम्बोधित शब्दों में सन्त पापा ने कहा कि खेल, शांति और एकता को बढ़ावा देने का, एक बहुत ही विशिष्ट माध्यम हैं।  

खेल लोगों का मिलन स्थल

सन्त पापा ने कहा, "खेल से जुड़ी गतिविधियाँ अलग-अलग पृष्ठभूमि के लोगों का मिलन स्थल है। हॉकी इस बात का एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे खेल, समुदाय की भावना को, पोषित कर सकता है। यह अनेक लोगों के एकसाथ मिलकर खेलने का स्थल है जिसमें टीम के प्रत्येक सदस्य की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। विश्व चैंपियनशिप में भाग लेते समय आप यह देख सकते हैं कि विश्व के विभिन्न देशों से लोग खेल के सौन्दर्य का अनुभव करते तथा एक साथ मिलने का आनन्द उठाते हैं।"

मानवीय मूल्यों की शिक्षा

सन्त पापा ने कहा, "यह भी ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि हमारे अखण्ड विकास में खेल की भूमिका अहं है और इसीलिये कलीसिया मानवीय मूल्यों के क्षेत्र में खेलों को महत्व देती है जहाँ व्यक्ति संयम, विनम्रता, साहस और धैर्य की शिक्षा प्राप्त करता तथा सौन्दर्य, भलाई, सत्य और आनन्द का साक्षी बनता है।"  

खेल को केवल प्रतिस्पर्धा की दृष्टि से न देखने का सन्देश प्रदान कर सन्त पापा ने कहा, "आज की संस्कृति कभी-कभी खेल गतिविधियों को ग़लत रास्ते पर जाने के लिये उकसा सकती हैं जिसके प्रति सचेत रहना आवश्यक है। यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि खेलों के नियम एक विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाये जाते हैं, मेल मिलाप को बढ़ावा देना इनका परम लक्ष्य होता है इसलिये अराजकता में उतरने से बचने का हर सम्भव प्रयास किया जाना चाहिये। मैं आप सबको आपके विशिष्ट मिशन के लिये प्रोत्साहन देता हूँ कि आप खेल को मानव समुदाय का ऐसा माध्यम बनायें जिसमें सभी आनन्दपूर्वक भाग ले सकें।  

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