"कोमलता की क्रांति" के भाग बनें युवाओं से संत पापा

"पाद्रे डेविड दी ओलिवेइरा मार्टिन्स सामाजिक केंद्र" के सदस्यों के साथ संत पापा फ्राँसिस

फादर डेविड डी ओलिवेइरा मार्टिंस सोशल सेंटर की शुरूआत 70 वर्षों पहले पुर्तगाल में एक सूप किचन (शाम का खाना) के रूप में हुई थी। तब से लेकर आज तक यह अपनी सेवा दे रहा है और अब यह सरकार द्वारा पहचान प्राप्त सामाजिक एकात्मता केंद्र बन चुका है। यह अनाथ, जरूरतमंद बच्चों एवं वयोवृद्धों को आश्रय, समर्थन और सेवा प्रदान करता है।

ईश्वर का एक सुन्दर उपहार

संत पापा फ्राँसिस ने जब केंद्र के प्रतिनिधियों से मुलाकात की जिनके साथ कई युवा भी थे, तब उन्होंने उन्हें "ईश्वर का सुन्दर उपहार" कहा। संत पापा ने स्वीकार किया कि केंद्र, फादर डेविड दी ओलिवेइरा के आह्वान पर विनम्र एवं उदार लोगों के स्वेच्छा दानों का परिणाम है। फादर डेविड का निधन 1990 में हुआ जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन गरीबों एवं हाशिये पर जीवन यापन करने वाले लोगों की सेवा करने में व्यतीत किया। संत पापा ने कहा कि ईश्वर ने उन्हें गरीबों एवं विनम्र लोगों के हृदय का स्पर्श करने की कृपा दी थी।

हमेशा आगे देखें

संत पापा ने वाटिकन में उपस्थित केंद्र के सदस्यों से कहा कि वे उनका आलिंगन केंद्र में बच्चों, युवाओं, गरीबों एवं बुजूर्गों तथा उनकी मदद और सेवा करने वाले लोगों को प्रदान करें।

तब संत पापा ने उन्हें एक साथ भविष्य की ओर देखने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा, "कभी भी अतीत को अपने जीवन पर हावी होने न दें। हमेशा आगे देखें। जो चाहते हैं उसे पाने के लिए मेहनत और संघर्ष करें। आप में से कोई भी अकेला महसूस न करे।"

कोमलता की क्रांति

संत पापा ने अंत में कहा कि प्रार्थना में ख्रीस्त के साथ संयुक्त रहें। अपने भाई-बहनों एवं अपने बीच सबसे कमजोर व्यक्ति की मदद द्वारा उनसे जुड़े रहें। वे जिस क्रांति के लिए बुला रहे हैं उसमें भाग लेने से न डरें, वह क्रांति है, कोमलता की क्रांति।

Add new comment

1 + 1 =