किसान आंदोलन पर  सिरो-मालाबार चर्च का यह पहला आधिकारिक बयान जारी ।

केरल स्थित सिरो-मालाबार चर्च ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर हफ्तों से विरोध कर रहे किसानों की "उचित मांगों" को स्वीकार करने का आग्रह किया है। 26 नवंबर से  दिल्ली के बॉर्डर पर दिन रात बैठे किसान तीनों क़ानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं जबकि केंद्र सरकार क़ानून के कुछ विवादास्पद हिस्सों में संशोधन के लिए तैयार है. सरकार यह भी दावा कर रही है कि नए क़ानूनों से किसानों का कोई नकुसान नहीं होगा,  सुप्रीम कोर्ट ने कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी है।17 जनवरी को चर्च ने मीडिया आयोग के एक बयान में कहा गया है कि किसान  इतनी कठिनाइयों के बावजूद भी विरोध कर रहे हैं। उनकी मांगो को स्वीकार  किया जाना चाहिए यह वक्तव्य सिरो-मालाबार धर्मसभा की ऑनलाइन बैठक के अंत में जारी किया गया जिसमें 59 सक्रिय और सेवानिवृत्त बिशप शामिल हुए। किसान आंदोलन पर  चर्च का यह पहला आधिकारिक बयान है।

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