लॉकडाउन में माता मरियम को 13 वर्षीय बालिका के फूल

माता मरियम के लिए फूल अर्पित करते बच्चे माता मरियम के लिए फूल अर्पित करते बच्चे

ओडिशा की मेघांजलि माझी ने कागज पर फूलों का चित्र बनाया क्योंकि वह फूल लाने जंगल नहीं जा सकती थी। उसने महामारी के अंत के लिए माता मरियम से प्रार्थना की। उसकी माँ संतोजिनी माझी ने कहा कि माता मरियम की सुरक्षा के लिए धन्यवाद जिन्होंने हमें 2007 -2008 के हिन्दू चरमपंथ आक्रमण से बचा लिया।

ओडिशा, मंगलवार, 2 जून 2020 (एशियान्यूज)- मई महीना में काथलिक कलीसिया में माता मरियम की विशेष भक्ति की जाती है। 13 वर्षीय काथलिक बालिका मेघांजलि ने मई महीना में लॉकडाउन के दौरान मरियम की भक्ति के चिन्ह स्वरूप फूलों का चित्र बनाया।

कोरोना वायरस से संक्रमण को रोकने के उपाय स्वरूप लॉकडाउन की घोषणा की गई थी जिसके कारण मेघांजलि माझी माता मरियम को चढाने हेतु ताजा फूल जंगल से नहीं ला सकती थी। कुँवारी मरियम के प्रति अपनी भक्ति प्रकट करने के लिए उसने अपनी कला का प्रयोग करने का निश्चय किया। उसने कागज पर चित्र बनाया। माझी ने एशियान्यूज से कहा, "मुझे दृढ़ विश्वास है कि माता मरियम मेरे फूलों को मेरी भक्ति एवं सम्मान के चिन्ह स्वरूप स्वीकार करेगी और महामारी को समाप्त करने के लिए निवेदन करेगी।"   

माझी के लिए रोजरी और माता मरियम से प्रार्थना कोविड-19 से लड़ने का एक शक्तिशाली हथियार है। उनका कहना है कि मरियम उन्हें उदार एवं सभी के प्रति दयालु होने की प्रेरणा देती हैं। "उनके निवेदन के द्वारा में सुस्वस्थ हूँ, अध्ययन कर सकती हूँ और जीवन में अपने आपको महसूस कर सकती हूँ।"

माझी के कार्य ने अनेक लोगों का ध्यान आकृष्ट किया है। राईकिया में संत कैथरिन कॉन्वेंट की सुपीरियर एवं मेघांजलि माझी के हाईस्कूल की सचिव सिस्टर मरिया गोरेत्ती सेनापति ने कहा, "वह एक आदर्श विद्यार्थी है उसमें नाचने और गाने की भी क्षमता है। मैं उसके रचनात्मक तरीके के लिए गर्व करती हूँ जिसके द्वारा उसने इस बंदी के समय में माता मरियम का आह्वान किया है।"  

माझी के अतीत का जीवन कठिन रहा है। उनकी मां संतोजीनी याद करती हैं कि 2007 और 2008 के ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के दौरान जान बचाने के लिए उन्हें किस तरह जंगल भागना पड़ा था। वे अपनी सुरक्षा का श्रेय माता मरियम को देती और कहती हैं, माता मरियम की सुरक्षा के लिए धन्यवाद जिनके बदौलत हम कंधमाल क्षेत्र में हुए हिन्दू चरमपंथी हमले से बच पाये।

संत पापा फ्राँसिस ने मई महीना में संत मरियम की विशेष भक्ति का आह्वान करते हुए एक प्रार्थना तैयार किया था। उन्होंने इस माह का समापन विश्वभर के मरियम तीस्थस्थलों से जुड़कर वाटिकन उद्यान में किया जहाँ उन्होंने कोरोन वायरस महामारी के अंत के लिए विशेष प्रार्थना की।

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