Radio Veritas Asia Buick St., Fairview Park, Queszon City, Metro Manila. 1106 Philippines | + 632 9390011-15 | +6329390011-15
मजदूरों का दर्द
प्रदेश सरकार मजूदरों की घर वापसी को लेकर दावे कर रही है लेकिन अन्य राज्य में फंसे लोगों की सुनवाई तक नहीं हो रही है। बुधवार को गुजरात के जूनागढ़ क्षेत्र से 30 मजदूर 63 हजार रुपए किराया देकर बस से यहां आए। मजदूरों ने बताया कि गुजरात व मप्र की सरकार ने घर पहुंचाने के लिए हमें कोई सहयोग नहीं दिया। 26 अप्रैल से गुजरात के अफसर हमसे कार्यालयों के चक्कर लगवाते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं की। बुधवार को लौटे मजदूरों ने बताया कि मप्र सरकार द्वारा जारी अधिकारियों के किसी भी मोबाइल नंबर पर फोन नहीं लगा। इसके अलावा जिले के 1050 मजदूरों को राजकोट से विशेष ट्रेन से शुक्रवार को रतलाम लाया जाएगा। रतलाम से बड़वानी लाने के लिए 40 से ज्यादा बस की व्यवस्था की है।
झाबुआ के 61 मजदूर हरियाणा से पैदल तीन दिन में बुधवार को राजस्थान के नीमथाना पहुंचे। यहां सभी ने 60 हजार रुपए एकत्र किए और बस से यहां आए। कहीं से भी मदद नहीं मिली।
छतरपुर: यूपी से पैदल आए फिर प्रशासन ने भेजा
छतरपुर. बुधवार काे करीब 800 मजदूर यूपी से पैदल मप्र की सीमा में देवरी बंधा हाेते हुए अाए। यहां से प्रशासन द्वारा मजदूरों काे बस, ट्रक, ट्रैक्टर, पिकअप आदि से उनके गांव भेजा जा रहा है। मजदूरों की बॉर्डर पर जांच नहीं की जा रही।
रायसेन : ओडिशा से मजदूर खुद वाहन कर आए
रायसेन. यहां 63 मजदूर रीवा और सतना बसों से भेजे गए। प्रशासन ने इन्हें खाना खिलाया और भोजन के पैकेट भी दे दिए गए। ओडिशा से 22 मजदूर रात में खुद वाहन कर के आए। सीहोर में 327 लोग बाहर से आए। ये सभी परमिशन लेकर खुद वाहन कर के आए हैं।
बैतूल : पांच दिन बाद तेलंगाना से पैदल मुुलताई पहुंचे 27 मजदूर, स्क्रीनिंग की गई
बैतूल. दूसरे जिलाें से 499 लोग अपने-अपने साधनाें से अाए। प्रशासन ने बसों की काेई व्यवस्था नहीं की। स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें होम क्वारेंटाइन कर दिया। मंगलवार रात तेलंगाना से 27 मजदूर पैदल मुलताई आए। ये पांच दिन पहले चले थे। सड़क पर इन मजदूरों को पुलिसकर्मियों ने देखा तो स्वास्थ्य विभाग काे सूचना दी। रात में ही मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई। हरदा में करीब 60 लाेग हैं। इनमें यूपी,बिहार व मप्र के लाेग शामिल हैं। नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह चाैहान ने बताया कि बसाें का इंतजाम हाेते ही इन्हें रवाना किया जाएगा।
नीमच : प्रशासन ने बसों से घर भेजा
नीमच. राजस्थान में फंसे मजदूरों की घर वापसी जारी है। प्रशासन द्वारा नयागांव बॉर्डर से रोज मजदूरों को बसों से घर भेजा जा रहा है। बुधवार को रतलाम, झाबुआ सहित अन्य स्थानों के 240 मजदूरों को जांच के बाद 3 बसों से गंतव्य के लिए रवाना किया।
रतलाम... दूसरे राज्यों के 598 लोग रुके
रतलाम. बुधवार को राजस्थान से 435 और गुजरात से 75 मजदूर आए। प्रशासन ने उन्हें बसाें से उनके गांव पहुंचाया। मंदसौर में राजस्थान और गुजरात सीमा से अाए 598 लोग अभी रुके हैं। प्रशासन का कहना है कि इनके लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई है। 307 लोगों को भेजा जा चुका है।
Add new comment