बदली गई तस्वीर पर पुलिस कार्रवाई की मांग

सोशल मीडिया- प्रतीकात्मक तस्वीरसोशल मीडिया- प्रतीकात्मक तस्वीर

केरल में एक काथलिक धर्मबहन की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ तथा आपत्तिजनक नारों के साथ उसे सोशल मीडिया पर साझा किये जाने के बाद, केरल के काथलिक धर्माध्यक्षों ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए वह कड़े कानून बनाये।

मीडिया का दुरुपयोग
सिस्टर लुसीना पोरुन्दम ने शिकायत की कि एक सोशल मीडिया यूजर ने उनकी एक तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की जिसमें शराब की खपत के खिलाफ नारे की तख्ती लगी हुई थी। उन्होंने कहा कि बदली हुई तस्वीर के संग कलीसिया विरोधी नारा भी प्रकाशित किया गया।

उन्होंने ऊका न्यूज़ से कहा, "यह काथलिक धर्मबहनों को बदनाम करने तथा काथलिक कलीसिया को विकृत रूप से चित्रित करने के लिये जानबूझ कर किया गया प्रयास है।" सि. लुसीना पोरून्दम ने 18 मई को सोशल मीडिया यूजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी है। वे केरल के तेलीचरी महाधर्मप्रान्त में एक शराब विरोधी अभियान का निर्देशन करती है।

बदनाम करने की साजिश
उन्होंने बताया कि आरोपी ने काथलिक धर्मबहनों एवं पुरोहितों के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए तथा प्रभु येसु मसीह एवं काथलिक पुरोहितों पर ताने कसे। उन्होंने कहा कि जब तक डिजिटल मीडिया का दुरुपयोग करनेवालों पर कार्रवाई नहीं की जायेगी तब तक वे अपने भद्दे प्रदर्शन करते रहेंगे, जिन्हें रोकना अनिवार्य है।

केरल के काथलिक धर्माध्यक्षों ने ख्रीस्तीयों को निशाना बनाने के लिये सोशल मीडिया की निन्दा की है। एक आधिकारिक वकतव्य जारी कर उन्होंने कहा, "कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से ख्रीस्तीय धर्म तथा उसके पुरोहितों एवं धर्मबहनों को बदनाम करने के लिए मिथ्या अफ़वाहें फैला रहे हैं। इस प्रकार के कुकृत्यों की कड़ी निन्दा की जानी चाहिये।"

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