निर्भया को आज मिला इंसाफ

निर्भया की माँ निर्भया की माँ

देश इंसाफ की घड़ी का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। आखिरकार निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया। आखिरी कोशिश के तौर पर दुष्कर्मी सुप्रीम कोर्ट गए थे, लेकिन वहां भी दलीलें खारिज हो गईं। सुप्रीम कोर्ट ने दया याचिका खारिज करने को चुनौती देने वाली दोषी पवन की दया याचिका खारिज कर दी। इसके तुरंत बाद निर्भया की मां ने कहा कि आज का सूरज, आज का दिन निर्भया के नाम है। उन्होंने कहा- आखिरकार उन्हें फांसी पर लटकाया गया। आज हमें न्याय मिला। आज का दिन देश की बेटियों के नाम है। मैं सरकार और न्यायपालिका का शुक्रिया अदा करती हूं। मैंने बेटी की तस्वीर को गले से लगाकर कहा कि आज तुम्हें इंसाफ मिल गया। बेटी जिंदा रहती तो डॉक्टर की मां कहलाती। आज निर्भया की मां के नाम से जानी जा रही हूं।

राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर 16 दिसंबर 2012 की रात अंधेरे में चलती बस में निर्भया के साथ कुछ दरिंदों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं। इस घटना ने पूरे देश की अंतरात्मा को हिलाकर रख दिया था और सभी निर्भया के गुनहगारों को मौत की सजा देने की मांग उठाने लगे थे।फिजियोथेरेपी की छात्रा निर्भया के साथ दरिंदगी करने वाले दोषी विनय, अक्षय, पवन और मुकेश अपराध के करीब सात साल बाद शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे आखिरी सांस लीं । चारों दोषियों ने भले ही अपने वकील के माध्यम से फांसी में देरी के लिए तमाम प्रयास किए, मगर आज आखिरकार भारत की बेटी निर्भया को न्याय मिल गया ।सुबह 5 बजे तिहाड़ जेल में फांसी की आखिरी तैयारियां शुरू कर दी गईं। दुष्कर्मियों को फांसी के तख्ते तक ले जाया गया। चारों के हाथ-पैर बांधे गए। दोषी विनय रोने लगा। फिर सभी दोषियों के चेहरे पर नकाब डाला गया और फंदे कस दिए गए। ठीक साढ़े पांच बजे जल्लाद पवन ने लीवर खींचा... और मानो देश को इंसाफ मिल गया। महज 7 मिनट बाद जेल अधिकारी ने चारों की मौत की पुष्टि कर दी। 30 मिनट बाद डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।

8:30 AM: पोस्टमॉर्टम के लिए शव दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल लाए गए। इस प्रक्रिया के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
8:00 AM: उत्तर प्रदेश के बलिया में निर्भया के गांव में जश्न मनाया गया।
7:30 AM: निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने कहा कि आज हमारी जीत हुई। आप मेरी मुस्कुराहट देखकर समझ सकते हैं कि मेरे मन में क्या है।
7:10 AM: दो एंबुलेंस तिहाड़ जेल पहुंची। जेल परिसर के बाहर से सुरक्षा हटाई गई।
6: 50 AM: राष्ट्रीय महिला आयोग और दिल्ली महिला आयोग ने सजा पर खुशी जाहिर की। कहा- आप तारीखें खींच सकते हो, पर आपको सजा मिलेगी।
6: 40 AM: तिहाड़ के बाहर निर्भया अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगे। जश्न मनाया गया।
6:25 AM: दुष्कर्मियों के शवों को फंदे से उतारा गया।
6.10 AM: मेडिकल अफसर ने चारों दुष्कर्मियों को मृत घोषित किया।
5:37 AM: जेल प्रशासन ने 7 मिनट बाद दोषियों की मौत की पुष्टि की।
5:30 AM: जल्लाद ने चारों दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाया।

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