नस्लवाद के लिए कोई सहिष्णुता नहीं, लेकिन हिंसा के बिना, संत पापा

संत पापा फ्राँसिससंत पापा फ्राँसिस

संत पापा फ्राँसिस ने बुधवारीय आमदर्शन के दौरान जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद अमेरिका में हुए विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए कहा कि हम नस्लवाद और बहिष्कार की ओर आंख मूंदकर हर मानव जीवन की पवित्रता की रक्षा करने का दावा नहीं कर सकते।संत पापा फ्राँसिस ने बुधवारीय आमदर्शन के दौरान अंग्रेजी बोलने वाले श्रोताओं का अभिवादन करते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों को संबोधित किया, जहाँ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है।

संत पापा ने कहा, श्री जॉर्ज फ्लॉयड की दुखद मौत के बाद, मैंने इन दिनों में आपके राष्ट्र में सामाजिक अशांति को बड़ी चिंता के साथ देखा है। "हम किसी भी रूप में नस्लवाद और बहिष्कार के प्रति अपनी आंखें बंद नहीं कर सकते हैं। हम हर जीवन की पवित्रता का बचाव करने का दावा करते हैं।"

हिंसा की निंदा

तब संत पापा ने यूएस काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (यूएससीसीबी) के अध्यक्ष एवं लॉस एंजिल्स के महाधर्माध्यक्ष जोस गोमेज़ के हालिया बयान का हवाला दिया, जिन्होंने कुछ विरोध प्रदर्शनों में हिंसा की निंदा की थी।

“हमें यह पहचानना होगा कि, हाल की रातों की हिंसा आत्म-विनाशकारी और आत्म-पराजय है। हिंसा से कुछ हासिल नहीं होता और बहुत कुछ खो जाता है। ''

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि आज वे संत पॉल गिरजाघर में मिनियापोलिस और पूरे अमेरिका वासियों के साथ "जॉर्ज फ्लॉयड की आत्मा की अनंत शाति के लिए प्रार्थना करते हैं। संत पापा उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं, जो जातिवाद रुपी पाप के परिणामस्वरूप अपना जीवन खो चुके हैं।"

सुलह और शांति के लिए प्रार्थना

संत पापा ने प्रार्थना के निमंत्रण के साथ अपनी टिप्पणी समाप्त की।

उन्होंने कहा, "हम उनके शोक संतप्त परिवारों और दोस्तों की सांत्वना के लिए प्रार्थना करते हैं। ईश्वर हमें राष्ट्रीय सामंजस्य और शांति प्रदान करें, जिसके लिए हम तरसते हैं।" "ग्वादालुपे की माता मरियम, अमेरिका की मां, उन सभी लोगों की मध्यस्त बने जो आपके देश और पुरे विश्व में शांति और न्याय के लिए काम करते हैं।"

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