क्या इंदौर में कोरोना के आंकड़े आधी तस्वीर दिखा रहे

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

 कोरोना संक्रमण और देश में हुई 129 मौत में इंदौर में मौत का आंकड़ा 13 तक पहुंच गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि शहर में मार्च की अपेक्षा अप्रैल के मात्र छह दिनों में ही अचानक मुस्लिम समाज में मृत्यु दर बढ़ी है। शहर के चार बड़े कब्रिस्तानाें से मिले आंकड़े ताे यही कह रहे हैं। इन्हें सही मानें तो 1 से 6 अप्रैल के बीच इन कब्रिस्तानों में 127 जनाजे पहुंचे, जबकि मार्च में इन्हीं चार कब्रिस्तानाें में 130 शवों को दफनाया गया था।हालांकि मुक्तिधामों में भी शव पहुंचे हैं, लेकिन उनका औसत सालाना औसत के बराबर ही है, खासकर अप्रैल में। कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज खजराना, चंदन नगर, रानीपुरा-दौलतगंज-हाथीपाला, आजाद नगर, टाटपट्‌टी बाखल-सिलावटपुरा-बंबई बाजार में मिले हैं। भास्कर ने खजराना कब्रिस्तान, रानीपुरा-दौलतगंज-हाथीपाला के लिए लुनियापुरा कब्रिस्तान, बंबई बाजार, टाटपट्‌टी बाखल, सिलावटपुरा के लिए महू नाका कब्रिस्तान और चंदननगर, नूरानी नगर, बांक के लिए चंदननगर कब्रिस्तान के आंकड़े जुटाए। हालांकि शहर में कोरोना से मौत 10 ही हुई है, लेकिन इन कब्रिस्तान में पिछले 6 दिनों में ही आंकड़ा 100 पार कर गया है। जो कारण इन कब्रिस्तानों में दर्ज रजिस्टर में है, उसमें बीपी, शुगर, अटैक सहित अन्य बीमारियां लिखी है, बावजूद मार्च महीने के 31 दिन की अपेक्षा 6 दिनों के आंकड़े काफी चौंकाने वाले है। 

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