ऑस्ट्रेलिया के उच्च न्यायालय ने कार्डिनल पेल की सजा को पलट दिया

कार्डिनल जॉर्ज पेल कार्डिनल जॉर्ज पेल

कार्डिनल जॉर्ज पेल मंगलवार को जेल से रिहा हुए, जब ऑस्ट्रेलिया के उच्च न्यायालय ने उनपर लगाये गये बाल यौन शोषण के आरोप को पलटने के निर्णय की घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया के उच्च न्यायालय ने कहा कि “सबूतों ने प्रमाण के अपेक्षित मानक के लिए अपराध को सिद्ध नहीं किया।”मंगलवार सुबह को कार्डिनल पेल के कानूनी संघर्ष का अंत हुआ। 78 वर्षीय पूर्व वाटिकन कोषाध्यक्ष, ऐसे अपराधों के लिए जेल जाने वाले सबसे वरिष्ठ काथलिक व्यक्ति है। 2018 में, एक जूरी ने पाया था कि उसने 1990 के दशक में मेलबर्न में दो लड़कों के साथ दुर्व्यवहार किया था। जून 2017 में पुलिस द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद से ऑस्ट्रेलियाई कार्डिनल ने अपनी बेगुनाही बरकरार रखी थी। उनके मामले ने काथलिक कलीसिया को हिलाकर रख दिया था, क्योंकि वे पोप के सबसे वरिष्ठ सलाहकारों में से एक थे। सात न्यायाधीशों की एक पूर्ण पीठ ने कार्डिनल पेल के पक्ष में सर्वसम्मति से फैसला सुनाया कि जूरी ने परीक्षण में प्रस्तुत सभी सबूतों पर ठीक से विचार नहीं किया था।दोषी ठहराए जाने के निर्णय के बाद फरवरी 2019 से ही कार्डिनल पेल जेल में थे। उच्च न्यायालय द्वारा बरी किए जाने के कुछ समय बाद, उन्होंने जेल छोड़ दिया और खबर है कि उन्हें मेलबॉर्न के एक मठ में ले जाया गया।

कार्डिलन पेल की प्रतिक्रिया
उच्च न्यायालय के निर्णय को सुनने के बाद कार्डिनल पेल ने एक बयान जारी की, जिसमें उन्होंने दोहराया कि उसने अपनी निर्दोषता को "लगातार बनाए रखा।” "जो अन्याय" उसे मिला था, उसे आज "समाप्त" कर दिया गया है। उनपर आरोप लगाने वालों को सम्बोधित करते हुए कार्डिनल ने कहा, “मेरे अभियुक्तों के प्रति मैं कोई बुरी भावना नहीं रखता।” दीर्घकालीन चंगाई का आधार है सच्चाई, और न्याय का एकमात्र आधार है सच्चाई क्योंकि न्याय का अर्थ है सच्चाई सभी के लिए है।”  
कार्डिलन ने उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होंने उनके लिए प्रार्थना की और उनका समर्थन करने के लिए पत्र भेजे। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों, सलाहकारों, समर्थकों, विशेषकर, अपनी कानूनी टीम को अपना आभार प्रकट किया। अपने बयान के अंत में उन्होंने कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की याद करते हुए कहा, “मैं उन सभी पीड़ितों एवं पहली पक्ति पर सेवा देने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए प्रार्थना कर रहा हूँ।”

ऑस्ट्रेलियाई धर्माध्यक्षों की प्रतिक्रिया
ऑस्ट्रेलियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष मार्क कोलेरिज ने भी एक वक्तव्य जारी की जिसमें उन्होंने मिश्रित अनुभवों को स्वीकार किया और कहा है कि वे नहीं चाहते कि उसका बरी होना किसी को अतिरिक्त दर्द दे। उन्होंने कहा, “आज के इस निर्णय को वे सभी स्वीकार करेंगे जो कार्डिनल की निर्दोषता पर विश्वास करते हैं जबकि दूसरों के लिए यह विनाशकारी लगेगा। इस प्रक्रिया में बहुतों को बहुत कष्ट सहना पड़ा है जिसका अब अंत हो चुका है।”महाधर्माध्यक्ष कोरेलिज ने कहा है कि "बाल सुरक्षा और बाल यौन शोषण से बचाये गये लोगों के लिए, कलीसिया की एक अटूट एवं सहानुभूतिपूर्ण प्रत्युत्तर दिया जाने की प्रतिबद्धता है" चूँकि बच्चों की सुरक्षा कलीसियाई समुदाय के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है उन्होंने धर्माध्यक्षों को निमंत्रण दिया कि कलीसिया के यौन शोषण के आरोपी किसी भी व्यक्ति को पुलिस के पास जाना चाहिए।'' 

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