इंदौर में सैनिटाइजेशन अब 55 ट्रैक्टर, 200 सीकर मशीनों से

इंदौर में सैनिटाइजेशनइंदौर में सैनिटाइजेशन

शहर में कोरोना संक्रमण के चलते सैनिटाइजेशन और मच्छरों को खत्म करने के लिए निगम ने पांच स्तरीय अभियान शुरू किया है। इसमें सैनिटाइजेशन के साथ ही फॉगिंग और मच्छरों का लार्वा न पनपे, इसके लिए नालों की भी सफाई शुरू कर दी गई है। 19 जोन में 55 ट्रैक्टर-टैंकर : पहले चरण में सभी 19 जोन में लगातार सैनिटाइजेशन होता रहे, इसके लिए 55 ट्रैक्टर-टैंकर उतारे गए हैं। इन सभी के रूट चार्ट तैयार किए जा चुके हैं। हर जोन में कम से कम 2 और अधिकतम तीन ट्रैक्टर टैंकर संचालित हो रहे हैं। इसकी जिम्मेदारी क्षेत्रीय सीएसआई को सौंपी गई है।
200 सीकर मशीनें : दूसरे चरण में 200 सीकर (पीठ पर लादकर स्प्रे करने वाली मशीनें) जोन वार बांटी गई हैं। बड़ी मशीनों से सड़कों और गलियों में स्प्रे होगा। हर क्षेत्र में पड़ने वाले प्रमुख प्रतिष्ठान जैसे थाने, कलेक्टर ऑफिस, किराना दुकानें सहित जहां गाड़ियां नहीं जा सकती वहां इन सीकर मशीनों से निगमकर्मी जाकर खुद स्प्रे करेंगे।
18 घंटे तक दो शिफ्ट में लगातार हो रहा सैनिटाइजेशन, फॉगिंग
तीसरे चरण में कोरोना वायरस के साथ ही मच्छरों की संख्या शहर में तेजी से बढ़ी है। इसकी रोकथाम के लिए हर जोन में 2 से 3 फॉगिंग मशीनें दी गई हैं। इन मशीनों से पूरे क्षेत्र में धुआं उड़ाया जाएगा, जिससे मच्छरों का प्रकोप कम होगा। चौथे चरण में नालों की सफाई करवाई जा रही है। अपर आयुक्त रजनीश कसेरा ने बताया निगम द्वारा हाल में खरीदी गई बड़े पैमाने पर स्प्रे करने वाली 22 मशीनों को इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट टीम को सौंपा गया है। यह टीम सुबह 8 से 5 बजे तक और शाम 5 से रात 2 बजे तक दो शिफ्ट में शहर की सफाई करती है। दोनों ही शिफ्ट में इन बड़ी मशीनों से शहर के सभी रेड, यलो और ग्रीन कैटेगरी के अस्पताल और सड़कों पर सैनिटाइजेशन होगा।

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