अंतरराष्ट्रीय यूखरिस्त कॉन्ग्रेस स्थगित

बुढ़ापेस्ट में यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस का प्रतीक चिन्हबुढ़ापेस्ट में यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस का प्रतीक चिन्ह

संत पापा फ्राँसिस ने बुढापेस्ट में होने वाले 52वां यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस को वर्तमान के स्वास्थ्य संकट के मद्देनजर स्थगित कर दिया है।
 वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशके मत्तेओ ब्रुनी ने 22 अप्रैल को एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि दी। उन्होंने कहा, "वर्तमान के स्वास्थ्य संकट और विश्वासियों एवं तीर्थयात्रियों पर इसके परिणामों को ध्यान में रखते हुए, संत पापा ने अंततराष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति एवं हंगरी के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के साथ मिलकर 52वें अंतरराष्ट्रीय यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस को स्थगित कर 2021 के सितम्बर माह में मनाने का निर्णय लिया है जिसको 2020 के सितम्बर माह में आयोजित किया गया था।

यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस क्या है?
यूखरिस्तीय कांग्रेस परमपावन संस्कार में येसु ख्रीस्त की सच्ची उपस्थिति पर विश्वास को बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है। द्वितीय वाटिकन महासभा के बाद सन् 1967 में, विभिन्न रीतियों के लिए गठित पवित्र धर्मसंघ ने लिखा था, "यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस में इसके विभिन्न आयामों पर ध्यान देते हुए ख्रीस्तीय विश्वासी इस रहस्या को अधिक गहराई से समझने का प्रयास करते हैं। द्वितीय वाटिकन महासभा की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा था कि कॉन्ग्रेस के दौरान विश्वासी भक्तियों एवं प्रार्थनाओं खासकर, समारोही जुलूस के द्वारा (इस रहस्य) का सम्मान, इस तरह करें कि भक्ति के ये सभी रूप समारोही ख्रीस्तयाग के अनुष्ठान में अपनी पराकाष्ठा प्राप्त करें।"

यूखरितीय कॉन्ग्रेस का इतिहास
पहला यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस फ्राँस में सन् 1881 में संत पापा लेओ 13वें के समय में आयोजित किया गया था। उसके बाद से यूखरिस्तीय कॉन्ग्रेस विश्वभर विभिन्न देशों के येरूसालेम, रोम, मोनट्रेयल, सिडनी, कार्थेज (ट्यूनिशिया में) बोएनोस आयरेस और मनिला में आयोजित हो चुका है। सबसे हाल में यह कॉन्ग्रेस फिलीपीन्स के चेबू शबर में 2016 में आयोजित किया गया था। 

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