संत पिता फ्रांसिस ने सीरिया के विनाशकारी गृह युद्ध के लिए प्रकट किया दुःख। 

संत पिता फ्रांसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के उपरांत युद्धग्रस्त सीरिया की याद की।
संत पिता फ्रांसिस ने कहा, "दस साल पहले सीरिया में रक्तरंजित संघर्ष शुरू हुआ, जो हमारे समय में एक गंभीर मानवीय तबाही का कारण बना है : असंख्या लोग मौत के शिकार हुए हैं एवं घायल हैं, लाखों विस्थापित हुए हैं, हजारों लापता हैं, हर प्रकार से विनाश और हिंसा हुई है तथा पूरी जनता पर भारी दुःख पड़ा है, खासकर, बच्चों, महिलाओं और बुजूर्गों जैसे कमजोर लोगों के लिए।"
संत पिता फ्रांसिस ने अपील करते हुए कहा, "मैं संघर्ष की पार्टियों से अपनी हार्दिक अपील दोहराता हूँ कि वे भली इच्छा का चिन्ह प्रकट करें ताकि थक चुके लोगों के लिए आशा की एक किरण दिखाई दे। मैं एक निर्णायक और नवीकृत निर्माणात्मक एवं सहयोग देनेवाले समुदाय की उम्मीद करता हूँ क्योंकि जब यह अपना हथियार रख देगा तभी समाज की संरचना में पुनःनिर्माण एवं आर्थिक सुधार शुरू किया जा सकेगा। आइये हम प्रभु से प्रार्थना करें कि बहुत अधिक पीड़ित प्यारे देश सीरिया को न भूलाया जाए और हमारी एकात्मता आशा जागृत करे। आइये, हम एक साथ पीड़ित सीरिया के लिए प्रार्थना करें।"

"आमोरिस लैतित्सिया परिवार वर्ष":- संत जोसेफ के पर्व की याद दिलाते हुए संत पिता फ्रांसिस ने कहा, "अगले शुक्रवार 19 मार्च, संत जोसेफ के महापर्व के दिन "आमोरिस लैतित्सिया परिवार वर्ष" का उद्घाटन किया जाएगा। यह पारिवारिक प्रेम में बढ़ने का विशेष वर्ष होगा। यह कलीसिया एवं समाज के ध्यान के केंद्र में परिवार को रखते हुए नवीकृत एवं रचनात्मक प्रेरितिक उत्साह हेतु निमंत्रण है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि हरेक परिवार अपने घरों में नाजरेथ के पवित्र परिवार की उपस्थिति महसूस कर सकेगा जो हमारे छोटे घरेलू समुदाय को वफादार एवं उदार प्रेम से भर देगा, जो संकट एवं कठिनाई की घड़ी में भी आनन्द का स्रोत बनेगा।"
तब संत पिता फ्रांसिस ने बास्केट बॉल टीम के लड़के लड़कियों का अभिवादन किया जिनके साथ उनके परिवार के सदस्य एवं कोच भी उपस्थित थे। संत पिता फ्रांसिस ने उन्हें शाबाशी देते हुए आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया।
तत्पश्चात् उन्होंने रोम के विश्वासियों एवं तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया। खासकर, उन्होंने फिलीपींस के विश्वासियों का अभिवादन किया जो फिलीपींस में सुसमाचार के प्रचार की 500वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं। संत पापा ने उन्हें सुसमाचार के आनन्द का प्रचार जारी रखने की शुभकामनाएँ दीं। अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

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