हर बहिष्कृत व्यक्ति ईश्वर की संतान है। 

संत पिता फ्राँसिस ने 29 दिसम्बर के ट्वीट संदेश में बालक येसु से सीखने हेतु प्रेरित किया।
संत पिता फ्रांसिस ने अपने संदेश में लिखा, "ईश पुत्र ने बहिष्कृत व्यक्ति के रूप में जन्म लिया, हमें यह बतलाने के लिए कि हर बहिष्कृत व्यक्ति ईश्वर की संतान है। हर शिशु की तरह वे दुर्बल एवं कमजोर रूप में इस दुनिया में आये, ताकि हम अपनी कमजोरियों को कोमल स्नेह के साथ स्वीकार कर सकें।"

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